तहसील रिकार्ड में आप भी बकायेदार तो नहीं!
बिना देनदारी काश्तकार को दर्शाया कर्जमंद
पीड़ित ने तहसील में प्रदर्शन कर जताया विरोध
जागरण कार्यालय, बड़ौत : तहसील प्रशासन के खेल की भी निराले हैं। बिना देनदारी काश्तकार को कर्जमंद दर्शा दिया। मंगलवार को पीड़ित व अन्यों ने तहसील में प्रदर्शन कर विरोध जताया।
तहसील पहुंचे आरिफपुर खेड़ी के रघुवीर सिंह (65) ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में किसी भी बैंक से कोई लोन नहीं लिया। इसके बावजूद तहसील ने अपने रिकार्ड में उन्हें कर्जमंद दर्शा दिया है। हद की बात तो यह है कि अप्रैल 2011 में दर्शाए गए इस लोन के संबंध में तहसील की तरफ से उन्हें को जानकारी भी नहीं दी गई। पीड़ित को जब अपनी जमीन की फर्द की प्रति की जरूरत पड़ी तो उसमें लोन चढ़ा देख वह आवाक रह गया। फर्द में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जौहड़ी शाखा में उसके नाम पर 1.73 लाख रुपये रिकवरी दिखाई गई। पीड़ित न जब बैंक से इस संबंध में संपर्क किया तो बैंक ने उनके नाम पर कोई लोन न होने की स्थिति में नो ड्यूज का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। बैंक के इस पुख्ता प्रमाण के बावजूद पीड़ित तहसील के चक्कर काटने को मजबूर है। शनिवार को क्षुब्ध पीड़ित के साथ पहुंचे ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन किया। इस संबंध में एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में सुधीर तोमर, राजीव, सनसपाल, कृष्णपाल, तरसपाल, सोहनवीर, संजीव तोमर, प्रकाशी आदि शामिल थे।
इन्होंने कहा..
बगैर ऋण लिए बकायेदार दर्शाने का मामला गंभीर है। मामले को दिखवाया जा रहा है। इसमें किस स्तर से गड़बड़ी हुई है। इसकी जांच कराई जाएगी।
-वेद सिंह चौहान, तहसीलदार।
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