चालीस हजार सफाई कर्मचारियों की होगी भर्ती
लखनऊ। मुख्यमंत्री ने आज यहां सफाई कमरचारियों की रैली में घोषणा की कि राज्य सरकार चालीस हजार
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को चालीस हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती की घोषणा की। साथ ही ठेकेदारी के माध्यम से काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को 120 की बजाय 250 रुपये प्रतिदिन और मैनहोल में उतरने पर जहरीली गैस से मौत होने पर सरकार सफाई कर्मचारियों के आश्रितों को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, बेटियों की शादी के लिए अनुदान देने व अन्य मांगों के बारे में फैसले करने के लिए मुख्यमंत्री ने हाई पावर्ड कमेटी के गठन का एलान भी किया।
मंगलवार को गोमती के किनारे झूले लाल पार्क में सफाई कर्मचारियों की रैली में सपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों को सौगातें दीं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती सरकार ने बजट का पैसा लूटा लेकिन हम उसे आपकी तरक्की के लिए खर्च कर रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मंतव्य को और स्पष्ट किया। बोले, 'हम साधु संन्यासी नहीं, सियासी लोग हैं। हमें आपका राजनीतिक समर्थन चाहिए।' वहीं नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां ने सफाई कर्मचारियों से जज्बाती रिश्ते जोड़ते हुए कहा 'यहां मंत्री नहीं, आपके वकील की हैसियत से मौजूद हूं। हमारा-आपका दर्द जुदा नहीं है। सच्चर कमेटी ने कहा है कि हमारी हालत आपसे भी बदतर है। जिस दिन हम और आप हाथ मिलाकर मजबूती से खड़े होंगे, नई ताकत बनेंगे।'
आजम को यह भी इल्म था कि पश्चिमी उप्र में बिरादरी की महिलाओं के साथ दुराचार की घटनाओं से वाल्मीकि समाज आहत है। लिहाजा बिरादरी के जख्म पर मरहम लगाने के लिए उन्होंने मंच से मानवता को कलंकित करने वाले दुराचारी वहशी दरिंदों की निंदा की। रैली को पंचायती राज मंत्री बलराम यादव और लखनऊ से सपा के लोकसभा प्रत्याशी अशोक बाजपेई ने भी संबोधित किया। इससे पहले राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष जुगल किशोर वाल्मीकि ने सफाई कर्मचारियों की ओर से मांगें रखीं।
पिल्ला कहने वाले दुम दबाकर भागे: आजम खां ने कहा कि आपकी मौजूदगी से सपा की आजमगढ़, मैनपुरी और आगरा रैलियों में जो भारी भीड़ जुटी, उसने भाजपा के पांव उखाड़ दिये हैं। भाजपा ने तय किया है कि वह अब जल्दी-जल्दी रैलियां नहीं करेगी। भाजपा ने सोये शेर को जगा दिया है। सपा को पिल्ला कहने वाले दुम दबाकर भाग गए हैं।
अमीर शहर वाले गरीब कर्मचारियों का गला न काटें : खुद को नियमित किये जाने की घोषणा न होने से नाराज संविदा पर तैनात सफाई कर्मचारियों ने मुलायम सिंह यादव के भाषण के दौरान जब नारेबाजी शुरू की तो आजम खां को यह बेहद नागवार गुजरा। उन्होंने माइक संभाला और कहा कि लखनऊ के जो सफाई कर्मचारी प्लेकार्ड लेकर नारेबाजी कर रहे हैं, वे अमीर शहर के अमीर विभाग के कर्मचारी हैं। लखनऊ के ऐसे कर्मचारी प्रदेश भर से आये गरीब कर्मचारियों का गला न काटें क्योंकि नारेबारी कर वे सबका अहित कर रहे हैं।
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