दूध पर गुजरात की राजनीति में उबाल
अहमदाबाद [शत्रुघ्न शर्मा]। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की गुजरात यात्रा के दौरान उनसे मिलने वाले भाजपा नेता व गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ के अध्यक्ष विपुल चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद गुजरात की दूध की राजनीति में उबाल आ गया है। चौधरी नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के खाली पड़े अध्यक्ष पद पर काबिज होना चाहते हैं, लेकिन भाजपा इसे लोकसभा चुनाव की सौदेबाजी के रूप में देख रही है।
उत्तर गुजरात के सहकारी क्षेत्र के दिग्गज मान¨संह चौधरी के बेटे विपुल दूधसागर डेयरी के अध्यक्ष हैं। एनडीडीबी के अध्यक्ष पद से अमृता पटेल के इस्तीफे के बाद अब विपुल अध्यक्ष बनना चाहते हैं। इसीलिए 3 अक्टूबर को गुजरात आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ करीब ढाई घंटे तक रहे।
विपुल कांग्रेस दिग्गज शंकर सिंह वाघेला की सरकार में गृह मंत्री रह चुके हैं। वर्ष 2007 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। वाघेला साबरकांठा से लोकसभा चुनाव लड़ने की फिराक में हैं। उत्तर गुजरात में मदद पाने के लिए वाघेला पहले ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व कृषि मंत्री शरद पंवार से चौधरी को एनडीडीबी का अध्यक्ष बनाने की सिफारिश कर चुके हैं।
अब माना जा रहा है कि भाजपा सरकार के इशारे पर ही जीसीएमएमएफ के 17 निदेशकों में 14 चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं। इससे पहले श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन और परथी भटोल को भी अविश्वास प्रस्ताव के चलते जीसीएमएमएफ का अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था।
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