कंप्यूटर शिक्षा के नाम पर हो रहा शोषण
मैनपुरी, घिरोर: विकास खंड क्षेत्र में लुभाने विज्ञापन के जरिए अधिकाश कंप्यूटर सेंटर के संचालक कंप्यूटर शिक्षा के नाम पर छात्र-छात्राओं का शोषण कर रहे हैं। क्षेत्र व नगर में कंप्यूटर सेंटरों की भरमार है, जिनमें अधिकांश सेंटर ऐसे हैं जिनका किसी भी संस्था से संबंध नहीं है। यह फर्जी कंप्यूटर सेंटर सैकड़ों छात्र-छात्राओं की जेब पर डाका डाल रहे हैं।
विकास खंड क्षेत्र व नगर क्षेत्र के हर मोड़ पर कंप्यूटर की दुकानें मिल जायेगी। कंप्यूटर सेंटरों में अच्छी कमाई को देखते हुए दिनों दिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। जगह-जगह दुकानों में खुले कंप्यूटर सेंटरों में कई ऐसे सेंटर हैं। जिसकी किसी संस्था से मान्यता नहीं है। इन दिनों चाहे सरकारी संस्था हो फिर प्राइवेट हर जगह कंप्यूटर पर ही काम किए जाते हैं। ऐसे में दिनों दिन कंप्यूटर के बढ़ते प्रचलन से लगभग सभी छात्र-छात्राएं कंप्यूटर में अपना भविष्य खोज रहे हैं। इसी का फायदा उठाकर कंप्यूटर सेंटरों की बाढ़ सी आ गयी है। एक साल, दो साल, छह माह के डिप्लोमा कम शुल्क में दिए जाने और कोर्स के बाद गारंटी से जॉब दिलाने जैसे लुभावने विज्ञापन भी लिखे जा सकते हैं।
इन विज्ञापनों को पढ़कर छात्र-छात्राओं की भीड़ कंप्यूटर सेंटरों पर पहुंचती है। विकास खंड क्षेत्र में शासन द्वारा इन कंप्यूटर सेंटरों की जंाच करायी जाये तो तमाम सेंटर ऐसे निकलेंगे जो किसी संस्था से संबंधित नहीं हैं। यहां पर केवल विद्यार्थियों को गुमराह किया जाता है। कंप्यूटर सेंटरों पर कई तरह की स्कीमें संचालित की जा रही हैं। जिससे आकर्षित होकर छात्रों की भीड़ सेंटरों पर पहुंचे इसके अलावा कुछ सेंटर तो ऐसे है जहां शिक्षकों को खुद ही कंप्यूटर की पूरी जानकारी नहीं है।
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