हाथ-कमल छोड़ उड़ा 'तोता'
अनुराग उनियाल, नई टिहरी
भाजपा से बगावत कर नगर पालिका चुनाव में जीत का सेहरा बांधने वाले उमेश चरण गुसांई (तोता भाई) ने अब खुलेआम अन्ना हजारे का हाथ थाम लिया है। काफी समय से गुसांई के भाजपा या कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन, अब अन्ना का हाथ थामने के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है। अप्रैल माह में हुए निकाय चुनाव में भाजपा से टिकट न मिलने के कारण गुसांई ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, जिसके बाद वे भाजपा से निष्काषित किए गए थे।
अन्ना हजारे के जनतंत्र मोर्चा ने भाजपा के बागी और वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष उमेश चरण गुसांई को अपना जिला संयोजक चुना है। गुसांई ने वर्ष 2011 में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में शानदार जीत दर्ज की थी। इसके बाद इसी अप्रैल माह में हुए नगर पालिका चुनाव में भाजपा ने उमेश चरण गुसांई को टिकट न देकर खेम सिंह चौहान को टिकट दिया था। गुसांई ने बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और शानदार अंदाज में जीता भी। इसके बाद गुसांई को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था। अब गुसांई ने अन्ना हजारे का हाथ थाम शहर की राजनीति फिर से गरमा दी है। कुछ समय पहले से गुसांई के भाजपा में वापसी की चर्चाएं भी चल रही थी। वहीं, कांग्रेस में भी उनके जाने को लेकर राजनीति गलियारों में चर्चा थी। लेकिन भाजपा-कांग्रेस सहित खुद गुसांई ने सार्वजनिक रूप से कुछ भी जाहिर नहीं किया। लेकिन, अब अन्ना के जनमंत्र मोर्चा में गुसांई के शामिल होने के बाद घर वापसी की अटकलों पर भी विराम लग गया है। रविवार को हुई मोर्चा की बैठक में गुसांई को सर्वसम्मित से संयोजक चुना गया।
मैनें अन्ना हजारे की विचारधारा से प्रेरित होकर यह कदम उठाया है।
उमेश चरण गुसांई, अध्यक्ष, नगर पालिका टिहरी
संगठन से बगावत करने के बाद उमेश चरण पहले ही निष्कासित हो गए थे। यह उनका अपना फैसला है।
विनोद सुयाल, जिलाध्यक्ष, भाजपा
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