नहीं आते कर्मचारी, ग्रामीण करते नालियों की सफाई
मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : सफाई को लेकर भले ही शासन की ओर से कर्मचारियों की तैनाती की गई है, लेकिन गांव अब पहले से भी गंदे नजर आने लगे हैं। कारण कि सफाईकर्मी गांव की गलियों व नालियों को साफ करने से परहेज कर रहे हैं।
ब्लाक के 78 ग्राम पंचायतों में शासन की ओर से कुल 314 सफाई कर्मियों की तैनाती की गई थी। वर्तमान में कुल 276 सफाईकर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनके वेतन पर हर महीने लगभग 35 लाख रुपए खर्च किया जा रहा है। बावजूद इसके हालात बदतर हैं। तहसील मुख्यालय से सटे गड़ेरिया का पुरा में नालियां जाम होने से नाली का पानी सड़क पर बह रहा था। जलजमाव से आजिज ग्रामीण सफाईकर्मियोंका इंतजार छोड़ स्वयं हाथ में फावड़ा आदि लेकर सफाई में जुट गए। इसी तरह गौसपुर में सात की जगह मात्र दो सफाईकर्मी तैनात होने से ग्रामीणों को स्वयं या ग्राम प्रधान अपने निजी खर्च से गलियों को साफ कराते हैं। क्षेत्र के अधिकतर गांवों में इसी तरह की समस्या व्याप्त है।
इस संबंध में गड़ेरिया का पुरा के धर्मेद्र यादव, सुशील कुमार, सलेमपुर के विनोद यादव, गौसपुर के पारस यादव, जियनदासपुर के जितेंद्र आदि ने बताया कि सफाईकर्मी गांव में तैनात हैं लेकिन वे शायद ही गांव में दिखाई देते हैं। इसके चलते गांव गलियां व नालियां गंदगी से पटी रह रही हैं। कहा कि ज्यादा गंदगी होने पर ग्रामीण स्वयं सफाई करते हैं।
इस संबंध में एडीओ पंचायत जवाहर प्रसाद वर्मा ने बताया कि वे हर गांव का दौरा कर सफाई का जायजा लेंगे। जहां शिकायत मिलेगी वहां के सफाई कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर