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लाडो हो या लाल, भिवानी से ही पहली चाल

प्रदेश की राजनीति के 'लालो' [देवी लाल, बंसी लाल और भजन लाल] के 'लाल' की पहली राजनीतिक चाल हो या 'लाडो' की, भिवानी सबकी बिसात बनी है। यही नही भिवानी की बिसात पर राजनीतिक चाल चलने वाले सभी लाल और लाडो जीतकर संसद तक भी पहुंचे है। यह अलग बात है कि पटखनी पाने वाले भी लालो के लाल ही रहे।

By Edited By: Published: Sat, 12 May 2012 12:50 PM (IST)Updated: Sat, 12 May 2012 01:01 PM (IST)
लाडो हो या लाल, भिवानी से ही पहली चाल

बलवान शर्मा, भिवानी। प्रदेश की राजनीति के 'लालों' [देवी लाल, बंसी लाल और भजन लाल] के 'लाल' की पहली राजनीतिक चाल हो या 'लाडो' की, भिवानी सबकी बिसात बनी है। यही नहीं भिवानी की बिसात पर राजनीतिक चाल चलने वाले सभी लाल और लाडो जीतकर संसद तक भी पहुंचे हैं। यह अलग बात है कि पटखनी पाने वाले भी लालों के लाल ही रहे।

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प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री [चौ. बंसी लाल, बनारसी दास गुप्त व मास्टर हुकुम चंद] देने व प्रदेश की राजनीतिक राजधानी के रूप में पहचान रखने वाले भिवानी के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह बात कुछ ज्यादा स्पष्ट हो जाएगी। इस लोस सीट से सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल [जिनका यह गृह जिला भी है] के पुत्र सुरेंद्र सिंह ने यहां से 1996 का लोकसभा चुनाव जीता और पहली बार संसद में पहुंचे। हालांकि वे 1986 से 1992 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे।

इसी प्रकार पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल अपने पोते डॉ. अजय सिंह चौटाला को कहा करते थे कि चुनाव तो कहीं से भी जीता जा सकता है, लेकिन नेता बनना है तो भिवानी से चुनाव लड़ना। इस पर उन्होंने 1998 में भिवानी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि पहली बार उन्हें सफलता नहीं मिल लेकिन 1999 में उन्होंने पूर्व सांसद सुरेंद्र सिंह को हरा कर लोकसभा चुनाव जीता। तीसरे लाल पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप ने भी यहीं से राजनीति में कदम रखा। उन्होंने वर्ष 2004 के लोस चुनाव में भिवानी के दो पूर्व सांसद सुरेंद्र सिंह व अजय चौटाला को हराया। इसी प्रकार 2009 पिछले लोस चुनाव में चौ. सुरेंद्र सिंह की बेटी श्रुति चौधरी पहली बार संसद में पहुंची हैं।

लोकप्रिय नेता थे सुरेंद्र सिंह : शर्मा

पूर्व कृषिमंत्री एवं पूर्व सांसद चौ. सुरेंद्र सिंह के करीबी रहे रामप्रताप शर्मा ने कहा कि उस समय सुरेंद्र सिंह लोकप्रिय युवा सांसद के रूप में जाने जाते थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी, चंद्रशेखर व मनमोहन सिंह से सीधे मिलते थे।

अजय की देन है किसान एक्सप्रेस

इनेलो जिला प्रवक्ता रमेश बंसल ने कहा कि डॉ. अजय सिंह चौटाला ने भिवानी के सांसद रहते हुए इस क्षेत्र में किसान एक्सप्रेस चलवाई थी। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत भिवानी लोस क्षेत्र की ग्रामीण सड़कों का निर्माण करवाया। भिवानी-बहल मार्ग को 12 फुट चौड़ा किया गया, जबकि हिसार-लोहारू मार्ग को भी चौड़ा किया गया था।

कुलदीप ने विश्वविद्यालय की उठाई मांग : देवीलाल

वरिष्ठ हजकां नेता देवीलाल ने कहा कि कुलदीप ने भिवानी के सांसद के रूप में वैसे तो अनेक मांगों को उठाया। लेकिन सबसे प्रमुख मांगों में भिवानी में विश्वविद्यालय व अंतर्राष्ट्रीय कारखाना स्थापित करना रहा है।

हरियाणा बनने के बाद लोकसभा में पहुंचे सांसद

1967 रामकिशन गुप्ता

1971 मनीराम गोदारा

1977 चंद्रावती

1980 बंसीलाल

1984 बंसीलाल

1987 रामनारायण

1989 बंसीलाल

1992 जंगबीर सिंह

1996 सुरेंद्र सिंह

1998 सुरेंद्र सिंह

1999 अजय चौटाला

2004 कुलदीप बिश्नोई

2009 श्रुति चौधरी

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