अपने पहले ही गेम्स में इस 22 वर्षीय ने किया रिकॉर्ड 'स्वर्णिम' प्रदर्शन
पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रहे भारतीय वेटलिफ्टर ने आते ही इस बड़े मंच पर अपना कमाल दिखा दिया। 22 वर्षीय सतीश ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए 77 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल करके इतिहास रचा। सतीश ने प्रतियोगिता में कुल 32
ग्लास्गो। पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रहे भारतीय वेटलिफ्टर ने आते ही इस बड़े मंच पर अपना कमाल दिखा दिया। 22 वर्षीय सतीश ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए 77 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल करके इतिहास रचा।
सतीश ने प्रतियोगिता में कुल 328 किलोग्राम (149 और 179) भार उठाया जिसके साथ ही उन्होंने अपने हमवतन व दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में स्वर्ण पदक जीतने वाले रवि कतुलु को भी पछाड़ दिया। प्रतियोगिता में 317 किलोग्राम (142 और 175) भार उठाया और उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के फ्रेंकोइस इताउंदी ने 314 किलोग्राम का वजन उठाकर कांस्य पदक जीता। स्नैच लिफ्ट में सतीश द्वारा उठाए गए 149 किलोग्राम के भार ने नया रिकॉर्ड भी दर्ज किया। उन्होंने नाउरू के यूको पीटर द्वारा दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में बनाए गए रिकॉर्ड (148 किग्रा) को पीछे छोड़ दिया। वहीं एक अन्य भारतीय पूनम यादव द्वारा 63 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य जीतने के साथ ही भारत ने वेटलिफ्टिंग में अपने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स (दिल्ली 2010) के रिकॉर्ड को भी और बेहतर कर लिया। चार साल पहले भारत ने इस प्रतियोगिता में 8 मेडल (2 स्वर्ण, 2 रजत, 4 कांस्य) हासिल किए थे जबकि इस बार अब तक भारत 9 मेडल (3 स्वर्ण, 2 रजत, 4 कांस्य) जीत चुका है।