विंबलडन: सेमीफाइनल में टकराएंगी सेरेना और शारापोवा
शीर्ष वरीय अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने मंगलवार को विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका को मात देते हुए अपने दोहरे करियर स्लैम की उम्मीदों के बनाए रखा। 33 वर्षीय सेरेना ने सेंटर कोर्ट पर मौजूद 15000 दर्शकों के सामने ताकत और कौशल से भरपूर
लंदन। शीर्ष वरीय अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने मंगलवार को विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका को मात देते हुए अपने दोहरे करियर स्लैम की उम्मीदों के बनाए रखा। 33 वर्षीय सेरेना ने सेंटर कोर्ट पर मौजूद 15000 दर्शकों के सामने ताकत और कौशल से भरपूर टेनिस का मुजाहिरा पेश करते हुए अजारेंका को 3-6, 6-2, 6-3 से हराया। 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकी सेरेना की ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में यह लगातार 26वीं जीत है। मैच की शुरुआत में अजारेंका शानदार लय में नजर आईं और आसानी से पहला सेट अपने नाम कर लिया, लेकिन आसानी से हार नहीं मानने वालीं सेरेना ने जोरदार वापसी करते हुए 17 एस और 46 विनर्स लगाकर मैच अपने नाम कर लिया।
गुरुवार को सेमीफाइनल में सेरेना की टक्कर मारिया शारापोवा से होगी, जिन्होंने अमेरिका की कोको वांदेवेग को एक कड़े मुकाबले में 6-3, 6-7, 6-2 से पराजित कर अंतिम चार में जगह बनाई। शारापोवा अपने 23वें ग्रैंड स्लैम क्वार्टर फाइनल में 20वीं जीत दर्ज करने में भले ही सफल रहीं, लेकिन इसके लिए उन्हें काफी जूझना पड़ा। 2004 में 17 साल की उम्र में विंबलडन चैंपियन बनी चौथी वरीय शारापोवा हालांकि उसके बाद से एक बार ही यहां फाइनल में जगह बना सकी हैं।
लेकिन इस बार उन्होंने अंतिम आठ दौर तक एक भी सेट नहीं गंïवाया था। पहले सेट में उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन सेंटर कोर्ट पर मनोरंजक दूसरे सेट में वह लय गंवा बैठीं। क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली एकमात्र गैरवरीय खिलाड़ी वांदेवेग ने भी जोरदार खेल का प्रदर्शन किया। निर्णायक सेट में शारापोवा ने अपना वही जुझारू खेल दिखाया जिसके लिए वह जानी जाती हैं। शारापोवा की फाइनल की राह आसान नहीं होने वाली, क्योंकि सेरेना के खिलाफ उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। दोनों के बीच अभी तक 20 मुकाबले हुए हैं, जिसमें 16 में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है।
रिकॉर्ड बुक में दर्ज मुगुरुजा की जीत :
एक अन्य क्वार्टर फाइनल में गर्बाइन मुगुरुजा ने स्विट्जरलैंड की टिमिया बेस्कींजी को 7-5, 6-3 से पराजित कर अंतिम चार में जगह बनाई। मुगुरुजा पिछले 18 सालों में विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचने वालीं स्पेन की पहली महिला खिलाड़ी हैं। उनसे पहले अरांता सांचेज विकारियो ने यहां अंतिम चार में जगह बनाई थी। स्पेनिश खिलाड़ी का अगला मुकाबला गुरुवार को 2012 की उपविजेता 13वीं वरीय एग्निसिया रांदवास्का से होगा, जिन्होंने 21वीं वरीयता प्राप्त अमेरिका की मेडिसन कीज को 7-6, 3-6, 6-3 से हराया। साल की शुरुआत में रदवांस्का का प्रदर्शन खास नहीं रहा था और इस दौरान मार्टिना नवरातिलोवा के साथ उनका कोचिंग करार भी महज चार महीने में ही टूट गया। लेकिन अब वह पूरी लय में नजर आ रही हैं और उन्हें फाइनल का प्रबल दावेदार बताया जाने लगा है।