एशियन गेम्स में मचा बवाल, इस भारतीय को जानबूझ कर हराया गया !
एशियन गेम्स में महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता के दौरान आज एक ऐसी चीज हुई जिसने तमाम भारतीय खेल प्रेमियों को गुस्से से लाल कर दिया। 57-60
इंचियोन। एशियन गेम्स में महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता के दौरान आज एक ऐसी चीज हुई जिसने तमाम भारतीय खेल प्रेमियों को गुस्से से लाल कर दिया। 57-60 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले के बाद तब हर जगह बवाल मच गया जब भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी के जानदार प्रदर्शन के बावजूद मेजबान देश दक्षिण कोरिया की मुक्केबाज जीना पार्क को विजेता घोषित कर दिया गया। सरिता के पति भी विरोध में आ गए और अच्छी-खासी कहासुनी के दौरान सुरक्षा अधिकारियों से उनकी खींचतान तक हो गई। इस दौरान सरिता देवी बेहद भावुक नजर आईं और उनकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे।
- क्या है पूरा मामलाः
दरअसल, महिला मुक्केबाजी में 57-60 किलो वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में 32 वर्षीय भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी काफी उम्मीदों के साथ रिंग में उतरी थीं। सरिता का मुकाबला मेजबान देश कोरिया की जीना पार्क से था। पूरे मुकाबले में सरिता पूरी तरह से पार्क पर हावी नजर आईं और आलम ये था कि वहां मौजूद कोरियाई दर्शक भी शांत हो गए थे क्योंकि सब जान चुके थे कि जीत सरिता की ही होगी। जजों ने पहला राउंड जहां कोरियाई खिलाड़ी के नाम किया था वहीं दूसरा राउंड सरिता के नाम रहा था वहीं तीसरे राउंड में सरिता का प्रदर्शन इतना जोरदार था कि उनके करारे प्रहार से पार्क के चेहरे से खून तक निकलने लगा। इसके बावजूद जजों ने पार्क को उस राउंड का विजेता घोषित किया। खैर, सरिता ने हिम्मत नहीं हारी और फाइनल राउंड में सरिता का प्रदर्शन और भी बेहतर हो गया। सबको अंदाजा लग चुका था कि कोरियाई खिलाड़ी ये मुकाबला हार जाएंगी लेकिन फिर आया जजों का चौंकाने वाला फैसला जिसमें सीधे तौर पर कोरियाई खिलाड़ी को 3-0 से विजेता घोषित कर दिया गया। इसके बाद कोच क्यूबा से आए भारतीय कोच फर्नान्डेज ने साफ तौर पर कहा कि ये मुकाबला फिक्स ही था। मैच में जो हुआ और जो नतीजे आए, वो तो यही कहते हैं।
- ....और फिर शुरू हुआ बवालः
बस जैसे ही जजों का फैसला आया भारतीय खेमे में फैंस और अधिकारी स्तब्ध रह गए। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या क्योंकि रिंग के आसपास बैठे सभी लोगों ने देखा था कि कोरियाई खिलाड़ी मुकाबले में कहीं भी नहीं टिकी थीं। सरिता की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे और इसी बीच उनके पति थोइबा सिंह भी सामने आगे और उन्होंने जजों को गुस्से में सबके सामने अपशब्द कहते हुए ये तक कह डाला कि उन्होंने उनसे मेडल छीन लिया है। इसके बाद थोइबा से वहां मौजूद सुरक्षा अधिकारियों से झड़प तक हो गई। सरिता ने अपना दर्द बताते हुए कहा कि उन्होंने ट्रेनिंग करने के लिए अपने बच्चे तक को दूर रखा था और ऐसे में जब कोई ऐसा विवाद सामने आएगा तो दुख तो लाजमी है।
- भारतीय मुक्केबाजी दल ने दर्ज कराया विरोधः
भारतीय मुक्केबाजी दल ने भी सरिता की हार पर अपना विरोध दर्ज कराया है। भारतीय दल ने 500 यूएस डॉलर भरते हुए अपना विरोध दर्ज कराया और इस मुकाबले की दोबारा जांच की जाने की मांग की। अगर फिर भी फैसला यही रहता है तो ये 500 यूएस डॉलर की रकम भारत को नहीं लौटाई जाएगी। भारतीय दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम से भी अपना विरोध जताया है। उन्होंने कहा, 'मैं स्तब्ध और निराश हूं। सरिता साफ तौर पर विजेता थीं। ये नहीं होना चाहिए था।'