सिंधू ने लिया ओलंपिक फाइनल का बदला, मारिन को हराकर जीता इंडिया ओपन खिताब
कैरोलिना मारिन को हराकर सिंधू ने इंडिया ओपन का खिताब जीता।
नई दिल्ली। रविवार को यहां सिरी फोर्ट स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बड़ी तादात में पहुंचे भारतीय बैडमिंटन प्रेमियों की उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब उन्होंने 46 मिनट तक चले मुकाबले के बाद स्टार शटलर पीवी सिंधू को इंडिया ओपन सुपर सीरीज की खिताबी ट्रॉफी को थामे देखा। सिंधू ने यह खिताब स्पेन की कैरोलिना मारिन को सीधे गेमों में 21-19, 21-16 से हराकर अपने नाम किया।
इस मुकाबले का हर किसी को बेसब्री से इंतजार था। हर कोई इसकी तुलना रियो ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से कर रहा था, जहां मारिन के सामने सिंधू को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था, लेकिन रविवार को भारतीय शटलर के आगे स्पेनिश शटलर की हर चाल नाकामयाब साबित हुई। सिंधू ने मारिन को कई गलतियां करने पर मजबूर किया, जिसका स्पेनिश खिलाड़ी को अंजाम भी भुगतना पड़ा। सिंधू के तेज ड्रॉप और मजबूत क्रॉस कोर्ट स्मैश का मारिन के पास कोई जवाब नहीं था।
मारिन ने दी कड़ी टक्कर
पहले गेम में सिंधू ने 6-1 की बढ़त के साथ शुरुआत की, लेकिन इसके बाद मारिन ने जबर्दस्त वापसी की, जिसके चलते सिंधू 11-9 की बढ़त के साथ ब्रेक में गई। ब्रेक के बाद भी दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। दोनों एक समय 16-16 की बराबरी पर थीं। पहले गेम के अंतिम क्षणों में मारिन ने सिंधू पर हमले तेज किए और वह 19-18 से आगे हो गई। हालांकि बढ़त मामूली थी, लेकिन सिंधू ने वापसी करते हुए लगातार तीन अंक हासिल किए और 21-19 के स्कोर से पहला गेम अपने नाम कर लिया।
पीवी ने नहीं करने दी वापसी
दूसरे गेम में भी सिंधू ने 4-0 की बढ़त के साथ शानदार शुरुआत की, लेकिन पहले गेम की तरह ही मारिन ने वापसी की जिससे सिंधू की बढ़त 7-6 की रह गई। लेकिन, यह सिंधू का दिन था और उन्होंने अपना दबदबा बनाए रखते हुए 11-9 की बढ़त के साथ ब्रेक में प्रवेश किया। ब्रेक के बाद सिंधू ने बढ़त बरकरार रखते हुए स्कोर को 15-10 तक पहुंचा दिया। मारिन ने वापसी की कोशिश की और स्कोर 13-15 पर पहुंचा दिया। जब हालांकि सिंधू ने मारिन को वापसी के ज्यादा मौके नहीं दिए। सिंधू जब 20-15 की बढ़त के साथ गेम और मैच प्वाइंट पर पहुंची। तभी उन्होंने मारिन को गलती करने पर मजबूर करते हुए गेम और मैच के साथ-साथ खिताब भी जीत लिया।
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एलेक्सेन बने पुरुष वर्ग के चैंपियन
डेनमार्क के विक्टर एलेक्सेन ने चीनी ताइपे के चोऊ चेन टिन को हराकर पुरुष वर्ग का खिताब जीत लिया। तीसरी वरीय एलेक्सेन ने फाइनल में मात्र 36 मिनट में चोऊ को 21-13, 21-10 से मात देकर ट्रॉफी पर कब्जा किया।
पुरुष डबल्स का खिताब जापान के शिहो तनाका और कोहारु योनिमोतो की जोड़ी ने हमवतन नाओको फुकुमन और कुरुमी योनाओ की जोड़ी को 16-21, 21-19, 21-10 से हराकर जीता। वहीं मिक्स्ड डबल्स की ट्रॉफी चीन की सिवेई झिंग और चेन की जोड़ी ने जीती। इस जोड़ी ने फाइनल में हमवतन लयू कई और हुआंग की जोड़ी को 22-24, 21-14, 21-17 से मात दी।