विश्व बैडमिंटन: पीवी सिंधू को कांस्य से करना पड़ा संतोष
भारत की उभरती शटलर पीवी सिंधू को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, जिससे
कोपेनहेगन। भारत की उभरती शटलर पीवी सिंधू को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें लगातार दूसरी बार कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। सिंधू ने पिछली बार चीन में हुई विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
महिला सिंगल्स वर्ग में शनिवार को खेले गए मुकाबले में 11वीं वरीयता प्राप्त सिंधू को स्पेनिश प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सीधे गेमों में 17-21, 15-21 से हार झेलनी पड़ी, जिससे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनने की उनकी उम्मीदें धराशायी हो गईं। सिंधू महिला सिंगल्स वर्ग में पदक जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी हैं। उनके अलावा प्रकाश पादुकोण ने 1983 में पुरुष सिंगल्स में, जबकि 2011 में महिला डबल्स में ज्वाला गïट्टा और अश्विनी पोनप्पा ने भारत को कांस्य दिलाया था।
क्वार्टर फाइनल में चीन की शिजियान वांग को हराकर कांस्य पक्का करने वाली सिंधू इस मुकाबले में बिल्कुल भी लय में नहीं दिखी और स्पेनिश खिलाड़ी पूरे मैच में उन पर हावी रहीं। फाइनल में कैरोलिन का सामना विश्व नंबर एक चीन की ली जुरेई से होगा, जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में 16वीं वरीयता प्राप्त जापान की मितानी मिनात्सु को 21-8, 21-14 से हराया।
- चोंग वेई फाइनल मेंः
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई विश्व बैडङ्क्षमटन चैंपियनशिप के पुरुष सिंगल्स के फाइनल में पहुंच गए हैं। शनिवार को हुए सेमीफाइनल में वेई ने स्थानीय खिलाड़ी विक्टर एक्सेलेसन को एकतरफा मुकाबले में 21-9, 21-7 से हराया। ली के चिरप्रतिद्वंदी चीनी खिलाड़ी लिन डेन इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं, जिससे मलेशियाई खिलाड़ी की खिताब जीतने की संभावनाएं बहुत मजबूत हैं। जीत के बाद ली ने कहा कि यह मुकाबला जितना आसान दिखता है, उतना था नहीं।