भारत के लिए खेलना प्राथमिकता : साइना नेहवाल
खेल मंत्रालय के इस फरमान कि भारत की तरफ से खेलने से इन्कार करने वाले खिलाडिय़ों का अनुदान बंद कर दिया जाएगा पर भारत की
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय के इस फरमान कि भारत की तरफ से खेलने से इन्कार करने वाले खिलाडिय़ों का अनुदान बंद कर दिया जाएगा पर भारत की शीर्ष महिला शटलर साइना नेहवाल ने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता हमेशा ही भारत ओर से खेलना रही है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई ऐसा खिलाड़ी होगा जो देश की तरफ से नहीं खेलना चाहता होगा। वहीं, रैंकिंग में सुधार का हवाला देकर एशियन गेम्स से हटने वाले भारत के सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने कहा कि भारत के प्रति मेरी प्रतिबद्धता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। मैं पिछले 24 साल भारत के लिए ही खेला हूं।
दिल्ली गोल्फ क्लब में एक कार्यक्रम के दौरान साइना ने कहा कि मैंने हमेशा देश के लिए खेलने को प्राथमिकता दी है। कभी-कभी चोट और कई अन्य परेशानियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसके अलावा सभी खिलाड़ी देश के लिए खेलना चाहते हैं। देश और इनामी टूर्नामेंट में खेलने के बीच संतुलन के सवाल पर उन्होंने कहा कि खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचता है। इस स्तर पर भी खिलाड़ी देश के लिए ही खेलता है। यह इनामी राशि या पदक की बात नहीं है। यह सब देश के लिए है।
दूसरी ओर पेस ने कहा कि मैं खेल मंत्रालय के फैसले के बारे में ज्यादा तो नहीं जानता, लेकिन मैं यही कहना चाहूंगा कि मेरी देशभक्ति पर कोई सवाल नहीं उठा सकता। मैंने छह ओलंपिक खेले हैं और इससे ज्यादा मैं अपनी प्रतिबद्धता के बारे में नहीं कह सकता। यह बिल्कुल साफ है कि मुझे तिरंगे और देश के लिए खेलने से प्यार है। जब मैं ग्रैंडस्लैम में खेलता हूं तब भी देश के लिए ही खेलता हूं। मेरा काम अच्छा खेलना है जो मैं लगातार करता रहूंगा। पेस ने कहा कि उन्हें 2012 लंदन ओलंपिक के बाद से सरकार से कोई अनुदान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलना किसी भी एथलीट के लिए गर्व की बात होती है।