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अब नरसिंह यादव की जगह प्रवीण राणा जाएंगे रियो, जॉर्जिया के लिए हुए रवाना

डोप में फंसे नरसिंह यादव की जगह अब प्रवीण राणा रियो ओलंपिक में भाग लेंगे। वह फ्रीस्टाइल कुश्ती के 74 किलोग्राम भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

By ShivamEdited By: Published: Wed, 27 Jul 2016 12:11 AM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 03:29 PM (IST)
अब नरसिंह यादव  की जगह प्रवीण राणा जाएंगे रियो, जॉर्जिया के लिए हुए रवाना

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। डोप में फंसे नरसिंह यादव की जगह अब प्रवीण राणा रियो ओलंपिक में भाग लेंगे। वह फ्रीस्टाइल कुश्ती के 74 किलोग्राम भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रवीण राणा और योगेश्वर समेत बाकी भारतीय टीम जॉर्जिया रवाना हो गई है।

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भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) इसको लेकर लगातार यूनाईटेड व‌र्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के संपर्क में था। उसने न केवल भारतीय संघ के आवेदन को मान लिया, बल्कि इस बारे में रियो ओलंपिक की आयोजन समिति को भी बताने के लिए कह दिया है। रियो आयोजन समिति ने भी इसके लिए हामी भर दी है। आयोजन समिति के एक अधिकारी ने भी मेल मिलने की पुष्टि करते कहा कि भारत का फ्रीस्टाइल कुश्ती का 74 किलोग्राम भार वर्ग का कोटा खाली नहीं जाएगा।

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मालूम हो कि नरसिंह ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर कोटा हासिल किया था और इसके साथ दो ओलंपिक पदक जीतने वाले सुशील कुमार का ओलंपिक अभियान समाप्त हो गया था। लेकिन इस महीने की 16 तारीख को नरसिंह की डोप टेस्ट की रिपोर्ट पॉजीटिव आने से वह भी रियो जाने से वंचित हो गए। नाम बदलने की आखिरी तारीख 18 जुलाई को निकल चुकी थी। कुश्ती संघ ने अंतिम प्रयास करते हुए यूडब्ल्यूडब्ल्यू से संपर्क साधे रखा और उसकी बात मान ली गई। कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह यूडब्ल्यूडब्ल्यू को यह समझाने में सफल हो गए कि इस मामले में साजिश हुई है। यही कारण है यूडब्ल्यूडब्ल्यू की तरफ से सकारात्मक जवाब मिला।

इसी वर्ग में ओलंपिक जाने के लिए सुशील कुमार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उनको वहां से निराशा हाथ लगी थी। सुशील ने सोमवार को दैनिक जागरण को दिए साक्षात्कार में कहा था कि अगर नरसिंह डोप टेस्ट में फेल हुए थे तो उन्हें भेजा जा सकता था। मैं दो सप्ताह में उसके लिए खुद को तैयार कर लेता, लेकिन कुश्ती संघ ने नरसिंह के डोप टेस्ट में फेल होने के बावजूद सुशील का नाम नहीं भेजा। इसका मतलब है कि वो सुशील से बेहद नाराज है। हालांकि प्रवीण राणा को भी सुशील का नजदीकी माना जाता है। वह एशियन गेम्स में सुशील के स्थान पर ही इंचियोन गए थे, लेकिन पदक नहीं जीत पाए थे।

प्रवीण राणा की उपलब्धियां:

2012 में नई दिल्ली में पहले हरी राम इंडियन ग्रां प्रि टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक

2010 में रोहतक में जूनियर नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक

2008 में उबेकिस्तान में कैडेट एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक

2008 में पुणे में तीसरे राष्ट्रमंडल युवा खेलों में स्वर्ण पदक

2010 में रांची में 55वीं सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक

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