इंडोनेशिया ओपन: प्रणय और श्रीकांत ने किया उलटफेर, क्वार्टर फाइनल में पहुंचे
एचएस प्रणय और किदांबी श्रीकांत ने गुरुवार को यहां उलटफेर भरा प्रदर्शन करते हुए इंडोनेशिया सुपर सीरीज प्रीमियर बैडमिंटन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
जकार्ता, पीटीआइ। भारतीय पुरुष शटलर एचएस प्रणय और किदांबी श्रीकांत ने गुरुवार को यहां उलटफेर भरा प्रदर्शन करते हुए इंडोनेशिया सुपर सीरीज प्रीमियर बैडमिंटन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
विश्व में 25वें नंबर पर काबिज प्रणय ने विश्व के नंबर एक शटलर मलेशिया के ली चोंग वेई को चौंकाते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। प्रणय का इस मुकाबले से पहले ली के खिलाफ हेड-टू-हेड रिकॉर्ड 0-2 था, लेकिन पुरुष सिंगल्स के 40 मिनट तक चले इस मुकाबले में प्रणय ने तीन बार के ओलंपिक रजत पदक विजेता ली को 21-10, 21-18 से शिकस्त दी।
प्रणय का अगला मुकाबला अब ओलंपिक चैंपियन चेन लांग से होगा। मैच के बाद प्रणय ने कहा, 'ली आज सामान्य खिलाड़ी नजर आ रहे थे और मैंने अपने मौके को भुनाया। इस जीत पर मैं काफी खुश हूं।' प्रणय का अगला मुकाबला अब चीन के ओलंपिक चैंपियन चेन लांग से होगा।
प्रणय ने शुरुआती गेम में ही 6-0 की बढ़त बना ली थी। जल्द ही इस बढ़त को उन्होंने 10-3 पर पहंचाया। ब्रेक के बाद, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी फॉर्म कायम रखते हुए बिना किसी परेशानी के पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में, प्रणय में एक बार फिर 10-6 की बढ़त हासिल की, लेकिन ली ने शानदार वापसी करते हुए थोड़ी देर के लिए 13-12 की बढ़त बना ली। इसके बाद प्रणय ने कुछ बेहतरीन अंक हासिल करते हुए शीर्ष वरीय ली से सातवां इंडोनेशियाई खिताब जीतने का मौका छीन लिया।
वहीं, 22वीं रैंकिंग के 24 वर्षीय किदांबी श्रीकांत ने नौवीं रैंकिंग के डेनमार्क के जान ओ जोर्गेसेन को 57 मिनट तक चले कड़े मुकाबले में 21-15, 20-22, 21-16 से हराया। श्रीकांत अगले मुकाबले में चीनी ताइपे के टीजू वेइ वांग और हांगकांग के एनजी का लांग एंगस के बीच मैच के विजेता से खेलेंगे। मैच के बाद श्रीकांत ने कहा, 'आज का मैच बेहद मुश्किल था, लेकिन जीत मिलने से मैं काफी खुश हूं।'
श्रीकांत का जोर्गेसेन से पिछला मुकाबला रियो ओलंपिक में हुआ था, जिसमें श्रीकांत ने जीत दर्ज की थी। एक बार फिर श्रीकांत भारी पड़े। पहले गेम में एक समय दोनों 10-10 की बराबरी पर थे, लेकिन इसके बाद श्रीकांत ने 17-15 की बढ़त बना ली और फिर गेम पर कब्जा जमाया। दूसरे गेम में दोनों 11-11 की बराबरी पर थे, लेकिन जोर्गेसेन यह गेम जीतने में सफल रहे। तीसरे और निर्णायक गेम में जोर्गेसेन 5-0 से आगे चल रहे थे, लेकिन श्रीकांत ने लगातार छह अंक हासिल कर बढ़त कायम की। आखिरकार श्रीकांत ने गेम और मैच पर कब्जा जमा लिया।