अपने प्रदर्शन में निरंतरता चाहते हैं प्रणीत
साइ प्रणीत की कोशिश अब अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखने की है।
हैदराबाद, आइएएनएस। सिंगापुर ओपन के फाइनल में रविवार को अपने हमवतन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को हराकर अपना पहला सुपर सीरीज खिताब जीतने वाले भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी साइ प्रणीत की कोशिश अब अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखने की है।
प्रणीत ने कहा, 'मैं काफी लंबे समय से इसका इंतजार कर रहा था। इसे जीत कर मैं बेहद खुश हूं। मैं और श्रीकांत इस बात से खुश थे कि हम फाइनल में पहुंचे। मैच से पहले हमने इसके बारे में बात नहीं की थी। हम इसे लेकर गंभीर भी नहीं थे। हमने उसी तरह बात की जिस तरह अन्य दिन करते हैं। हमने साथ में मजाक किया और रात का खाना खाया। वह इस मैच में हार-जीत के बारे में नहीं सोच रहे थे। उनका ध्यान सिर्फ अच्छा खेलने पर था। मैं अपनी लय वापस पाना चाहता था। पहले गेम में हारने के बाद मैंने अच्छी रैली की। हम दोनों के बीच यह मायने नहीं रखता था कि कौन जीतेगा और कौन हारेगा। भारत पहले ही जीत चुका था। दर्शक नारे लगा रहे थे कि भारत जीत गया।'
प्रणीत पीवी सिंधू, साइना नेहवाल और श्रीकांत के बाद सुपर सीरीज टूर्नामेंट जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए। आइडीबीआइ फेडरल ने प्रणीत को तीन लाख रुपये और श्रीकांत को दो लाख रुपये देकर सम्मानित किया। सिंधू को इंडिया ओपन का खिताब जीतने पर तीन लाख रुपये का चेक दिया गया।