पंकज आडवाणी ने मां के जन्मदिन पर जीता विश्व बिलियर्ड्स खिताब
भारत के दिग्गज क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने विश्व बिलियर्ड्स चैंपियनशिप में रिकॉर्ड 12 खिताब जीत लिया।
लीड्स। भारत के दिग्गज क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने विश्व बिलियर्ड्स चैंपियनशिप में रिकॉर्ड 12 खिताब जीता। पंकज ने पिछले सप्ताह पीटर गिलक्रिस्ट को हराकर 150--अप प्रारप का विश्व खिताब जीता था। इस तरह उन्होंने एक ही वषर्ष में लंबे और छोटे दोनों प्रारपों के खिताब जीतकर तीसरा ग्रैंड डबल पूरा किया। बेंगलुरू के पंकज ने एकतरफा फाइनल में इंग्लैंड के उभरते खिलाड़ी रॉबर्ट हॉल को 1928--893 से परास्त किया। रॉबर्ट के पास पंकज का कोई जवाब नहीं था। पंकज ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल फाइनल के लिए बचाकर रखा था। यह भारतीय खिलाड़ी पांच घंटे के फाइनल के पहले सत्र में 185 के ब्रेक की मदद से 746--485 से आगे चल रहे थे। दूसरे सत्र का खेल शुरू होने पर पंकज ने 94, 182, 289, 145 के ब्रेक बनाए और दो घंटे से भी कम समय में 1000 अंक बटोरे। मैच में जब एक घंटे से भी अधिक का समय शेषष था तभी पंकज की जीत सुनिश्चित हो गई थी।
भाई से सलाह से फायदा हुआ
दूसरे सत्र में शानदार प्रदर्शन के बारे में पंकज ने कहा-- पहले हाफ में 260 अंक की ब़़ढत बनाने के बाद मुझे पता था कि चीजें मेरे नियंत्रण में हैं, लेकिन रॉबर्ट में वापसी करने की क्षमता है इसलिए मैंने फैसला किया कि प्रत्येक मौके पर मैं अधिक से अधिक अंक जुटाने की कोशिश करूंगा। मैंने अपने भाई श्री से बात की जो ऑनलाइन मैच देख रहे थे, उनसे मिली सलाह से भी फायदा हुआ। कई रिकॉर्ड के बारे में उन्होंने कहा-- मुझे नहीं पता कि क्या कहना चाहिए। मैंने यहां आने से पहले अपने खेल और फिटनेस पर काफी मेहनत की है और निश्चित तौर पर इसका फायदा मिला। अपनी मां के जन्मदिन पर 12वां विश्व खिताब जीतने के बारे में पंकज ने कहा-- यह विशेष है। एक दर्जन विश्व खिताब और तीसरे ग्रैंड डबल के अलावा यह इसलिए भी विशेष है क्योंकि इसे मैंने अपनी मां के जन्मदिन पर जीता है। जन्मदिन मुबारक हो मां, काश आप मौजूद रहती। पंकज तीसरी बार ग्रैंड डबल पूरा करके यह उपलब्धि हासिल करने वाले एकमात्र बिलियर्ड्स खिलाड़ी बने। पंकज ने माइक रसेल को पीछे छोड़ा जिन्होंने वर्ष 2010 और 2011 में ग्रैंड डबल जीता था। पंकज ने 2005 में माल्टा और 2008 में अपने गृहनगर बेंगलुरू में ग्रैंड डबल पूरे किए थे।