देवेंद्रो पहुंचे सेमीफाइनल में, मनोज और सुमित ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार (64 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) रियो ओलंपिक के टिकट से सिर्फ एक जीत दूर रह गए हैं।
बाकू। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार (64 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) रियो ओलंपिक के टिकट से सिर्फ एक जीत दूर रह गए हैं। दोनों आइबा विश्व ओलंपिक क्वालीफिकेशन मुक्केबाजी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। उपलब्ध कोटा के आधार पर अपने-अपने वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचते ही दोनों का ओलंपिक टिकट पक्का हो जाएगा। इसके अलावा देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) भी सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब हो गए हैं।
मंगलवार को अपने प्रीक्वार्टर फाइनल मुकाबले में मनोज को बुल्गारिया के इस्मेतोव एरिन से कड़ी टक्कर मिली। उन्होंने एरिन पर 2-1 से जीत हासिल की। वहीं, सुमित ने अपने प्रतिद्वंद्वी मंगोलिया के सैंडागसुरेन इर्देनेबयार पर 3-0 से एकतरफा जीत हासिल की। क्वार्टर फाइनल मुकाबले गुरुवार को होंगे। मनोज का मुकाबला ताजकिस्तान के रखिमोव शावकातझोन से होगा। रखिमोव ने अंतिम-16 मुकाबले में बहरीन के विलियम रेशील्ड पर जीत हासिल की। दूसरी ओर, सुमित का मुकाबला अब रूस के पेत्र खामुकोव से होगा। खामुकोव ने स्लोवाकिया के डेनिस लेजर को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।
राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच गुरबक्श सिंह संधू ने कहा, 'सुमित बेहद शांत तरीके से खेला। उसने अपने दिमाग का इस्तेमाल किया और सुनिश्चित किया कि अपने प्रतिद्वंद्वी के ज्यादा नजदीक न जाना पड़े। उसने पूरी तरह हावी रहकर प्रदर्शन किया।
सोमवार देर रात हुए मुकाबले में वल्र्ड चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता रहे विकास कृष्णन (75 किग्रा) ने प्रीक्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने जापान के ताकाहाशी माकोतो को 3-0 से हराया। अब उनका मुकाबला जॉर्जिया के वाचातादजे जाल से होना है।
इस टूर्नामेंट में विभिन्न भार वर्गों में कुल 39 कोटा स्थान दांव पर हैं। सौ देशों के करीब 400 मुक्केबाज इनके लिए जोरआजमाइश कर रहे हैं। भारत की ओर से अभी तक सिर्फ शिव थापा (56 किग्रा) ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर पाए हैं।