क्या ये कमी बनेगी ब्राजीली टीम के लिए बाधा, कोच ने भी माना
यूं तो फीफा विश्व कप 2014 की मेजबान टीम ब्राजील ने क्वॉर्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है लेकिन इस टीम की एक कमजोरी है जो शायद टीम मैनेजमेंट और कोच के लिए सबसे बड़ी परेशानी बनी हुई और आगे के सफर में ये कमी एक बहुत बड़ी बाधा भी बन सकती है। टीम के कोच लुइज फिलिप स्कोलारी भी इस कमजोरी को मानत
टेरेसेपोलिस (ब्राजील)। यूं तो फीफा विश्व कप 2014 की मेजबान टीम ब्राजील ने क्वॉर्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है लेकिन इस टीम की एक कमजोरी है जो शायद टीम मैनेजमेंट और कोच के लिए सबसे बड़ी परेशानी बनी हुई और आगे के सफर में ये कमी एक बहुत बड़ी बाधा भी बन सकती है। टीम के कोच लुइज फिलिप स्कोलारी भी इस कमजोरी को मानते हैं।
दरअसल, ब्राजील की ये सबसे बड़ी कमजोरी है उनकी युवा टीम। एक ऐसी टीम जिसमें अनुभव की कमी साफ झलक रही है। मौजूदा टीम में सिर्फ छह ही ऐसे खिलाड़ी हैं जो कि पिछले विश्व कप का हिस्सा थे। वहीं, टीम के सुपरस्टार खिलाड़ी नेमार तो अपना पहला विश्व कप ही खेल रहे हैं। प्री-क्वॉर्टर फाइनल मैच में चिली के खिलाफ ब्राजील का प्रदर्शन उसके स्तर से काफी नीचा रहा था और पेनाल्टी शूटआउट में गए उस मैच को मेजबान टीम ने बड़ी मुश्किल से जीता था। टीम के कोच लुइस फिलिप स्कोलारी ने कहा, 'जाहिर तौर पर ये एक बड़ी चिंता का विषय है। हमारे पास एक युवा टीम है। विश्व कप के मंच पर अनुभवी खिलाड़ी भी दबाव महसूस करने लगते हैं। सबको ये महसूस होता है। अगर आप ये कहते हैं कि आपको दबाव नहीं महसूस हो रहा तो आप झूठ बोलते हैं। भावनात्मक तौर पर ये बिल्कुल अलग स्थिति होती है, ये कभी आसान नहीं होता। हमारी टीम में काफी खिलाड़ी युवा है और धीरे-धीरे ही वो अनुभव हासिल करेंगे।' ब्राजील की टीम शुक्रवार को फोर्तालिजा में कोलंबिया के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल मैच खेलने उतरेगी।