चैंपियंस लीग: जुवेंटस ने मेसी और नेमार की टीम बार्सिलोना को दी शिकस्त
बार्सिलोना को अब अंतिम चार में पहुंचने के लिए अपना वैसा ही अविश्वसनीय प्रदर्शन दोहराना होगा जैसा उसने अंतिम-16 में पेरिस सेंट जर्मेन के खिलाफ किया था।
तूरिन (इटली), एएफपी। अर्जेटीनी फॉरवर्ड पाउलो डिबाला ने पहले हाफ में दो शानदार गोल दागकर अपनी टीम जुवेंटस को चैंपियंस लीग फुटबॉल के क्वार्टर फाइनल के पहले चरण में हमवतन स्टार स्ट्राइकर लियोन मेसी की टीम बार्सिलोना पर 3-0 से सनसनीखेज जीत दिला दी।
टीम के लिए तीसरा गोल जियोर्जियो चिलानी ने किया। दोनों टीमों के बीच क्वार्टर फाइनल का दूसरा चरण अगले बुधवार (19 अप्रैल) को कैंप नाऊ में खेला जाएगा। बार्सिलोना को अब अंतिम चार में पहुंचने के लिए अपना वैसा ही अविश्वसनीय प्रदर्शन दोहराना होगा जैसा उसने अंतिम-16 में पेरिस सेंट जर्मेन के खिलाफ किया था।
पहले चरण में जर्मेन से 0-4 से हारने के बाद उसने दमदार वापसी करते हुए दूसरे चरण में 6-1 की ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। दोनों के बीच चैंपियंस लीग का पिछला मुकाबला दो साल पहले (2015) फाइनल में खेला गया था। जहां इटैलियन क्लब को दिग्गज स्पेनिश क्लब के हाथों 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
पर इस बार जुवेंटस ने लुईस एनरिक की टीम को अपने घरेलू दर्शकों और उसके स्टार खिलाड़ियों नेमार, लियोन मेसी और लुईस सुआरेज की मौजूदगी में हराया। 23 वर्षीय पाउलो ने खेल के सातवें ही मिनट में बार्सिलोना के गोलकीपर मार्क आंद्रे टेर स्टेगन को छकाते हुए गेंद जाल में अटकाकर जुवेंटस को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके 15 मिनट बाद पाउलो ने एक और शानदार गोल दागकर टीम की बढ़त 2-0 कर दी। इसके बाद बार्सिलोना ने हमले तेज किए और गोल करने के कई मौके बनाए, लेकिन जुवेंटस के गोलकीपर गियालुगी बुफोन ने उन्हें नाकाम कर दिया।
पहला हाफ इसी स्कोर के साथ खत्म हुआ। दूसरे हाफ की शुरुआत में ही जुवेंटस ने एक बार फिर आक्रामक रुख अपनाया। इसका फायदा उसे 55वें मिनट में मिला जब चिलानी ने हेडर के जरिये गेंद को गोलपोस्ट में डालकर बढ़त 3-0 कर दी। चिलानी का 2014 विश्व कप में उरुग्वे के सुआरेज ने कान काट लिया था। यह चिलानी का प्रतियोगिता में दूसरा गोल था, जबकि अक्टूबर 2009 के बाद पहला। इसके बाद कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और मुकाबला 3-0 के साथ खत्म हुआ।
बार्सिलोना के कोच लुईस एनरिक ने कहा है, 'पहला हाफ काफी मुश्किल था जबकि दूसरा उससे अच्छा था। अगर पहला हाफ आप गिफ्ट कर दोगे तो दूसरे में मुश्किल में पड़ना तय है। एक कोच टीम की पूरी मदद करता है और उन्हें तैयार करता है। हमें सुधार करना होगा और इन गलतियों से सीखना होगा।'