2020 में जापान ऐसे दिखाने जा रहा है अपना दम, देखती रह जाएगी पूरी दुनिया
अगले ओलंपिक खेलों में जापान कुछ ऐसी चीजें करने जा रहा है जो सबको हैरान कर देगा।
शिवम् अवस्थी, नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। खेल का सबसे बड़ा मंच यानी ओलंपिक अगली बार (2020) जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित होना है। ओलंपिक इतिहास में यूं तो हमने दुनिया के कई बड़े शहरों द्वारा इन खेलों को अपने-अपने अंदाज में खास बनाते देखा है लेकिन अगले ओलंपिक खेलों को खास बनाने के लिए कुछ ऐसी चीजों की तैयारी है जो इस संस्करण को सबसे जुदा बनाएंगी।
- मोबाइल फोन व बिजली उपकरणों से बनेंगे मेडल
जापान पहले ही ये एलान कर चुका है कि वो टोक्यो ओलंपिक के मेडल पुराने मोबाइल फोन और पुराने बिजली उपकरणों से मिलने वाली धातु से बनाएगा। जापान के लोगों से अपने पुराने फोन व उपकरणों को दान देने की अपील की गई और अप्रैल से शहर के तमाम दफ्तरों व अन्य जगहों पर बक्से लगा दिए जिनमें लोग अपना दान दे सकते हैं।
जो उपकरण मिलेंगे उनसे गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल तैयार किए जाएंगे जिनकी संख्या 5000 होगी। जापान का मानना है कि इससे न सिर्फ खर्चों में कमी आएगी बल्कि पृथ्वी में कम होते प्राकृतिक संसाधनों को बचाने की तरफ भी ये एक कदम होगा। आपको बता दें कि इससे पहले तक ओलंपिक खेलों के मेजबान देश मेडल के लिए धातु का इंतजाम खनिज संबंधित कंपनियों के जरिए करते थे। कई ओलंपिक खेलों पर बारीक नजर रख चुके खेल विशेषज्ञ अनिल वत्स कहते हैं, 'ओलंपिक खेल सिर्फ खेलों का मेला नहीं बल्कि अपनी पहचान बनाने का भी जरिया रहा है। जापान को सालों बाद ये मौका मिला है और वो इसका पूरा लाभ उठाना चाहेगा। उसकी अर्थव्यवस्था ब्राजील जैसी नहीं है यानी रियो ओलंपिक में जितना विवाद तैयारियों व खर्चे को लेकर हुआ, वैसा जापान में नहीं होने वाला।'
- दुनिया को अपना दम दिखाने को बेताब जापान
जब 1964 में टोक्यो ने पहली बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी की थी तब उन खेलों के जरिए जापान सिर्फ दूसरे विश्व युद्ध के घावों पर मलहम लगाते हुए दुनिया में अपनी फिर से पहचान बनाना चाहता था। समय बीता, कई साल गुजर गए और अब जापान पूरी तरह बदल चुका है। आज विकसित जापान दुनिया की सबसे ताकतवर अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वो अर्थव्यवस्था के मामले में अमेरिका और चीन के बाद तीसरे पायदान पर है। भारत इस फेहरिस्त में छठे पायदान पर है।
- टोक्यो 2020 में दिखेंगी ये अजब-गजब सुविधाओं
टोक्यो को फिर से 51 सालों बाद इस खेल की मेजबानी मिली है और वो इसे खास बनाने के लिए अपने आइटी क्षेत्र की सबसे ज्यादा मदद ले रहा है। इन खेलों के दौरान जापान जाने वाले लोगों को एयरपोर्ट पर कदम रखते ही इसकी झलक दिखने लगेगी। सड़कों से लेकर दफ्तरों तक रोबोट के जरिए चीजों का संचालन, जगह-जगह पर भाषाओं का अनुवाद करने वाले उपकरण लगे होंगे ताकि विदेशी यात्रियों को दिक्कत न हो, बिना ड्राइवर के चलने वाले वाहन जिन्हें मोबाइल एप के जरिए कभी भी कहीं भी बुलाया जा सकेगा, पूरे टोक्यो में कहीं भी खड़े होकर सबसे आधुनिक व विशाल टीवी और एलईडी स्क्रीन्स के जरिए खेलों का लुत्फ उठाया जा सकेगा। बुलेट ट्रेन की 24 घंटे व्यवस्था, स्मार्ट कार्ड के जरिए किसी भी सुविधा का लाभ उठाने जैसी तमाम विश्व स्तरीय सुविधाएं जापान मुहैया कराने के लिए तैयार है। ये ओलंपिक ऐसा होगा जिसे शायद ही खेल प्रेमी कभी भूल सकेंगे।
- ये नए खेल होंगे शामिल
टोक्यो ओलंपिक 2020 में खेल प्रेमियों को कुछ नए खेलों का भी लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। अब जो खेल शामिल होने वाले हैं वो खेलों के इस महाआयोजन को न सिर्फ एक अलग रूप देंगे बल्कि टोक्यो ओलंपिक को अन्य संस्करणों से अलग भी बनाएंगे। युवाओं को ध्यान में रखते हुए बेसबॉल, सॉफ्टबॉल, सर्फिंग, स्केटबोर्डिंग और चढ़ाई करने जैसे तमाम खेलों को शामिल किया जा रहा है। यानी जिन खेलों को अब तक आप सिर्फ कभी-कभी ही टीवी पर देखते आए थे या वो खेल जिन्हें अब तक पूरी दुनिया ने नहीं अपनाया है, अब ओलंपिक जैसे बड़े मंच पर इन खेलों को प्रमोट करने व लोकप्रिय बनाने का मौका मिलने जा रहा है। वैसे बेसबॉल और सॉफ्टबॉल पहले भी ओलंपिक का हिस्सा रह चुके हैं लेकिन 2008 के बाद से ये खेल नदारद थे।