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ग्लास्गो: निशानेबाजी में भारत को मिला रजत और कांस्य

हरप्रीत सिंह व संजीव राजपूत ने रजत और गगन नारंग, मानवजीत संधू और लज्जा गोस्वामी ने कांस्य पदक पर निशाना साधते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन भी निशानेबाजी स्पर्धा में भारत का दबदबा बनाए रखा। हरियाणा के हरप्रीत सिंह दो दौर के शूट ऑफ और एक अंक के जुर्माने के बावजूद पुरुषों के 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक झ

By Edited By: Published: Wed, 30 Jul 2014 02:07 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jul 2014 02:30 AM (IST)
ग्लास्गो: निशानेबाजी में भारत को मिला रजत और कांस्य

ग्लास्गो। हरप्रीत सिंह व संजीव राजपूत ने रजत और गगन नारंग, मानवजीत संधू और लज्जा गोस्वामी ने कांस्य पदक पर निशाना साधते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन भी निशानेबाजी स्पर्धा में भारत का दबदबा बनाए रखा। हरियाणा के हरप्रीत सिंह दो दौर के शूट ऑफ और एक अंक के जुर्माने के बावजूद पुरुषों के 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक झटकने में कामयाब रहे, जबकि पंजाब के मानवजीत ने पुरुषों के ट्रैप स्पर्धा में कांसा जीता।

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यमुनानगर (हरियाणा) के संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में रजत और हैदराबाद के नारंग ने कांस्य पदक जीता। चार पदकों के साथ निशानेबाजी में भारत के पदकों की कुल संख्या 17 (चार स्वर्ण, नौ रजत, चार कांस्य) पहुंच गई। भारतीय नौ सेना में कार्यरत करनाल के 33 वर्षीय हरप्रीत ने अपनी स्पर्धा में रजत पदक जीतकर भारत को मायूस होने से बचा दिया, क्योंकि इसी स्पर्धा में ओलंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार क्वालीफिकेशन दौर में सातवें स्थान पर रहने के कारण फाइनल में जगह नहीं बना पाए थे।

विजय ने दो क्वालीफिकेशन राउंड में 555 अंक बनाए, जबकि हरप्रीत 573 अंक के साथ क्वालीफिकेशन राउंड में शीर्ष पर रहे। हरप्रीत ने छह निशानेबाजों के बीच चले फाइनल में 21 सही शॉट लगाए। फाइनल आठ राउंड का था, जिसमें से प्रत्येक में पांच शॉट लगाने थे। ऑस्ट्रेलिया के डेविड जे चैपमैन ने 23 शॉट लगाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि कनाडा के मेतोडी इगोरोव को शूट ऑफ के बाद कांस्य पदक मिला।

हरप्रीत ने दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल सिंगल्स और 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल पेयर्स में स्वर्ण पदक जीते थे। ट्रैप स्पर्धा के सेमीफाइनल में मानवजीत 15 से 13 सही निशाने लगाकर तीसरे स्थान पर रहे। इसके बाद उन्होंने कांस्य पदक के मैच में ऑस्ट्रेलिया के माइकल डायमंड को हराया। इस स्पर्धा में भाग ले रहे एक अन्य भारतीय मनशेर सिंह सेमीफाइनल में छठे और आखिरी स्थान पर रहे। उन्होंने 15 में से 11 सही निशाने लगाए।

संजीव राजपूत ने 436.8 अंक अर्जित किए। वहीं गगन नारंग ने 423.3 अंक लेकर कांस्य पदक पर निशाना साधा। इंग्लैंड के डेनियर रिवर्स ने फाइनल्स गेम्स रिकॉर्ड स्थापित करते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 452.9 अंक झटके। महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में लज्जा गोस्वामी ने फाइनल में 436.1 अंक हासिल कर कांस्य पदक पर निशाना साधा।

25 वर्षीय भारतीय क्वालीफिकेशन राउंड में कुल 571 अंकों के साथ छठे स्थान पर रहीं। हालांकि स्पर्धा में भाग ले रहीं एक अन्य भारतीय एलिजाबेथ सुसैन फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। केरल की यह निशानेबाज नौवें स्थान पर रही, जबकि शीर्ष आठ निशानेबाज अगले दौर में पहुंचे।

हरप्रीत ने खराब रोशनी को दिया दोषनिशानेबाज हरप्रीत सिंह ने मंगलवार को बैरी बुडोन सेंटर में खराब लाइटिंग व्यवस्था को दोष देते हुए कहा कि इसी वजह से वह स्वर्ण नहीं जीत सके, क्योंकि विलंब से लगाए गए शॉट के कारण पेनाल्टी उन्हें इसी खामी की वजह से मिली थी। 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत जीतने के बाद हरप्रीत ने कहा कि लाइटिंग व्यवस्था में खामी थी और इसी की वजह से पहला शॉट देर से लगा और चूंकि मेरा पांचवां शॉट भी देर से था, तो मुझे पेनाल्टी प्वाइंट कटवाना पड़ा।

यदि ऐसा नहीं होता तो मैं स्वर्ण जीत सकता था। मैंने इसकी शिकायत भी की, लेकिन जजों ने इसे ठीक कहा, लिहाजा मैं कुछ नहीं कर सकता। निशानेबाजों को लालबत्ती के बाद चार सेकेंड मिलते हैं और रंग हरा होने पर निशाना लगाना होता है। यह पूछने पर कि क्या वह रजत से संतुष्ट हैं, उन्होंने कहा, 'सिर्फ स्वर्ण मायने रखता है, लेकिन पदक तो पदक है। मैं रजत से भी खुश हूं।'

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