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विश्व चैंपियनशिप: एक से ज्यादा पदक जीत सकता है भारत

विजेंद्र सिंह ने उम्मीद जताई है कि 25 अगस्त से जर्मनी के हैम्बर्ग में शुरू हो रही 19वीं विश्व चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाज एक से ज्यादा पदक जीत सकते हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 22 Aug 2017 07:23 PM (IST)Updated: Tue, 22 Aug 2017 07:23 PM (IST)
विश्व चैंपियनशिप: एक से ज्यादा पदक जीत सकता है भारत
विश्व चैंपियनशिप: एक से ज्यादा पदक जीत सकता है भारत

नई दिल्ली, प्रेट्र। आठ साल पहले विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचने वाले मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने उम्मीद जताई है कि 25 अगस्त से जर्मनी के हैम्बर्ग में शुरू हो रही 19वीं विश्व चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाज एक से ज्यादा पदक जीत सकते हैं।

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2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर देश के पहले ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज बनने वाले विजेंद्र ने इसके एक साल बाद 2009 में मिलान में 15वीं विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। देश ने 2009, 2011 और 2015 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किए थे। विजेंद्र के अलावा भारत को कांस्य पदक दिलाने वाले दो अन्य मुक्केबाज विकास कृष्णन (2011) और शिव थापा (2015) हैं।

विजेंद्र ने कहा, 'इस बार चैंपियनशिप में काफी अनुभवी मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। मैं भी उस टीम का हिस्सा रहा हूं जिसमें शिव थापा, विकास कृष्णन और मनोज कुमार शामिल थे। मैं उन्हें अच्छी तरह से जानता हूं। इनमें क्षमता है कि ये देश के लिए एक से ज्यादा पदक जीत सकें। अगर वे पूरी क्षमता से मुकाबला करेंगे तो मुझे लगता है कि इस बार एक से ज्यादा पदक जीतने की पूरी संभावना है। इससे पहले इन मुक्केबाजों ने बड़े स्तर पर कई मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया है और उन्हें पता है कि वहां क्या करना है। मैं उन्हें कुछ सुझाव नहीं दे सकता, लेकिन उन्हें काफी फोकस बनाए रखने की जरूरत है।

इस साल एशियाई चैंपियनशिप के जरिये क्वालीफाई करने वाले विकास (75 किग्रा) और थापा (60 किग्रा) के साथ अमित फंगल (49 किग्रा), कविंद्र बिष्ट (52 किग्रा), गौरव बिधूड़ी (56 किग्रा), मनोज कुमार (69 किग्रा), सुमित सांगवान (91 किग्रा) और सतीश कुमार (+91 किग्रा) हैम्बर्ग पहुंच चुके हैं।

मिडिलवेट मुक्केबाजी की विश्व रैंकिंग में पहले पायदान पर रहे विजेंद्र ने इस विश्व चैंपियनशिप के लिए अपना पसंदीदा मुक्केबाज चुनने से इन्कार कर दिया, लेकिन उन्होंने थापा की तारीफ करते हुए कहा, 'उन्होंने अपने खेल को बेहतरीन तरीके से निखारा है और वह बहुत सुलझे हुए मुक्केबाज हैं। उन्होंने अपने खेल को बेहतरीन तरीके से निखारा है। मैं उनकी तरक्कीसे काफी प्रभावित हूं। 24 वर्षीय थापा एशियाई चैंपियनशिप में लगातार तीन पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं।

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