ये कैसी लापरवाही, खिलाड़ियों को अभी तक नहीं मिली किट
वाह री व्यवस्था, आज से 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने हैं और अभी तक जूडो टीम सहित कई खिलाड़ियों की किट तक ग्लास्गो नहीं पहुंच सकी है। जूडो की पूरी टीम सहित कई खिलाड़ियों की राष्ट्रीय किट उद्घाटन समारोह के ठीक पहले पहुंचने की संभावना है। हालांकि नियम के मुताबिक ट
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। वाह री व्यवस्था, आज से 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने हैं और अभी तक जूडो टीम सहित कई खिलाड़ियों की किट तक ग्लास्गो नहीं पहुंच सकी है। जूडो की पूरी टीम सहित कई खिलाड़ियों की राष्ट्रीय किट उद्घाटन समारोह के ठीक पहले पहुंचने की संभावना है। हालांकि नियम के मुताबिक टीम के जाने के समय ही किट उनके हाथ में होनी चाहिए।
भारत सरकार ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों की तैयारियों पर 265 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। भारत का 215 सदस्यों का दल ग्लास्गो पहुंच चुका है, लेकिन अभी 20 से ज्यादा खिलाड़ियों को अभी तक टूर्नामेंट में भाग लेते समय पहनने वाली राष्ट्रीय पोशाक तक नहीं मिली है। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) और अन्य राष्ट्रीय खेल संघों के अधिकतर अधिकारी ग्लास्गो पहुंच चुके हैं, लेकिन देश में खेलों के कर्ताधर्ताओं को इस बात का ध्यान नहीं रहा कि जिन खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में भाग लेना है वे बिना किट के टूर्नामेंट में कैसे उतरेंगे।
सबसे बुरी हालत जूडो टीम की है। जूडो की प्रतियोगिताएं पहले दिन ही शुरू हो जाएंगी। उसके खिलाड़ी अभी भी किट का इंतजार कर रहे हैं। आइओए के एक पदाधिकारी मंगलवार की दोपहर तक नई दिल्ली में इन किट को ग्लास्गो भेजने की तैयारी कर रहे थे। हालांकि इसके बाद भी उन्होंने इसमें आइओए की गलती मानने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि जूडो खिलाड़ी पहले ही ग्लास्गो के लिए निकल गए थे इसलिए वे अपनी किट लेकर नहीं जा पाए। हालांकि जब उनसे यह पूछा गया कि भारतीय महिला और पुरुष हॉकी टीम तो सबसे पहले ग्लास्गो गई थी उन्हें तो किट मिल गई थी। इस पर वह कोई जवाब नहीं दे पाए। यही नहीं उन्होंने इसका ठीकरा भी खिलाड़ियों पर फोड़ते हुए कहा कि खिलाड़ी नाप देने में देरी करते हैं इसलिए इस तरह की समस्या आती है। भारतीय खिलाड़ियों को ओपनिंग सेरेमनी और टूर्नामेंट के लिए किट देने की जिम्मेदारी आइओए और संबंधित खेल एसोसिएशन की होती है। मामला सामने आने के बाद कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं हो रहा है।