विश्व कप में भारतीय तीरंदाजों ने किया निराशाजनक प्रदर्शन
पुरुष तथा महिला दोनों कंपाउंड टीमें सेमीफाइनल में हारीं, रिकर्व वर्ग में भी दोनों टीमों की जल्दी हुई विदाई।
अंताल्या, पीटीआइ। भारतीयों का तीरंदाजी विश्व कप के दूसरे चरण में प्रदर्शन निराशाजनक रहा और पुरुष तथा महिला दोनों कंपाउंड टीमें सेमीफाइनल में हार गईं। शंघाई में विश्व कप के पहले चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली पुरुष कंपाउंड टीम दूसरी वरीयता वाली डेनमार्क टीम से कड़े मुकाबले में 234-236 से हार गई।
वहीं, महिला टीम को शीर्ष वरीयता प्राप्त डेनमार्क ने 233-230 से मात दी। अब दोनों टीमें क्रमश: फ्रांस और इटली के खिलाफ दस जून को कांस्य पदक का मुकाबला खेलेंगी।
रिकर्व वर्ग में भी पुरुष टीम पहले ही दौर में निचली रैंकिंग वाली जर्मनी से 0-6 से हार गई, जबकि महिला टीम क्वार्टर फाइनल में रूस से 0-6 से हारी।
दुनिया के नंबर एक तीरंदाज स्टीफन हांसेन की अगुआई में डेनमार्क टीम (आंद्रियास डारम और मार्टिन डाम्सबो) ने पहले छोर पर परफेक्ट 60 का स्कोर बनाया। अभिषेक वर्मा, सी राजू श्रीधर और गुरविंदर सिंह उनका सामना नहीं कर सके। पुरुषों के व्यक्तिगत कंपाउंड वर्ग में वर्मा ने आइसलैंड के गुडमुंडुर ओर्न जी को 146-126 से हराया। अब वह हमवतन श्रीधर से खेलेंगे।
अब सभी की नजरें महिला व्यक्तिगत वर्ग में शीर्ष वरीयता प्राप्त दीपिका कुमारी पर होंगी, जो मोनिका सारेन के साथ शुक्रवार को उतरेंगी। प्रीति और अंकिता भगत दूसरे दौर से बाहर हो गई। दीपिका को पहले दो दौर में बाइ मिली है और वह उक्रेन की 32वीं रैंकिंग वाली वेरोनिका एम से खेलेगी।