फीफा अध्यक्ष की दौड़ में भारतीय मूल के गुलाटी भी
रिकॉर्ड तीन बार से अमेरिकी फुटबॉल महासंघ के प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल रहे भारतीय मूल के अमेरिकी सुनील गुलाटी फीफा के नए अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हो सकते हैं। सेप ब्लाटर के मंगलवार को अचानक इस्तीफा देने के बाद स्कैंडल में फंसे फीफा की छवि को सुधारने के
वाशिंगटन। रिकॉर्ड तीन बार से अमेरिकी फुटबॉल महासंघ के प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल रहे भारतीय मूल के अमेरिकी सुनील गुलाटी फीफा के नए अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हो सकते हैं। सेप ब्लाटर के मंगलवार को अचानक इस्तीफा देने के बाद स्कैंडल में फंसे फीफा की छवि को सुधारने के लक्ष्य के साथ इस संस्था के सर्वोच्च पद के लिए नए सिरे से दौड़ शुरू हो गई है।
द यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशंस (यूईएफए) के अध्यक्ष माइकल प्लातिनी, दक्षिण कोरिया के चुंग मोंग जून, ब्लाटर से चुनाव हारने वाले प्रिंस अली बिन अल हुसैन, ब्राजील के महान फुटबॉलर जिको, अमेरिका के सुनील गुलाटी और पुर्तगाल के लुइस फिगो का नाम इस पद के दावेदारों में लिया जा रहा है। हालांकि अब तक किसी ने इस संबंध में औपचारिक घोषणा नहीं की है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार इलाहाबाद में जन्मे 55 वर्षीय गुलाटी इस पद के मजबूत दावेदार हो सकते हैं, क्योंकि माना जा रहा है कि अमेरिका इस बार फीफा अध्यक्ष के लिए दिलचस्पी ले रहा है। उन्होंने पिछले कुछ दशक में अमेरिका में फुटबॉल के विकास में अहम योगदान दिया है। फुटबॉलर से नेता बने फ्रांस के प्लातिनी दुनिया के सबसे अमीर और ताकतवर खेल महासंघ की कमान संभालने की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं। उन्होंने 1998 में विश्व कप का सफल आयोजन कर अपनी प्रशासनिक क्षमता से सबको अवगत कराया था। वह यूईएफए का 2007 से नेतृत्व कर रहे हैं। जॉर्डन के प्रिंस अली फीफा के उपाध्यक्ष थे और शुक्रवार को हुए चुनाव में वह ब्लाटर से हार गए थे। उनके प्रवक्ता ने कहा कि अली इस सर्वोच्च पद के लिए तैयार हैं।
वहीं, फिगो को पुर्तगाल का पूरा समर्थन प्राप्त था, लेकिन उन्होंने अली को अधिक मौका देने के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। पुर्तगाल फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष फर्नांडो गोम्स ने कहा कि इस बार फिगो अगर चुनाव लडऩा चाहेंगे तो यह एक व्यक्तिगत पसंद होगी। ब्राजील के पूर्व मिडफील्डर जिको ने कहा कि वह अपनी उम्मीदवारी पेश करने के बारे में विचार कर रहे हैं। जिको ने कहा, 'मुझे लगता है कि फुटबॉल को राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए। मुझे समर्थन प्राप्त नहीं है, लेकिन मैं भी अपनी उम्मीदवारी पेश कर सकता हूं। अभी यह केवल मेरा एक विचार है।
फुटबॉल को साफ-सुथरा बनाने के लिए अध्यक्ष पद पर ईमानदार व्यक्ति को चुनने की जरूरत है। सभी ब्लाटर के बारे में पूछ रहे हैं। बिल्कुल, सभी लोग बहुत स्तब्ध थे। ब्लाटर को लेकर नहीं, बल्कि फीफा को लेकर। मैं चाहता हूं कि सब लोग इस खेल को लेकर आगे ले जाएं न कि आपस में लड़ें।
-पेले (ब्राजील के महान फुटबॉलर)
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