कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का गोल्ड से खाता खुला
ग्लास्गो। 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की शुरुआत गोल्ड के साथ हुई। टूर्नामेंट के पहले दिन उसे वेटलिफ्टिंग में संजीता खुमुखच्चम ने 48 किग्राभार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। एक अन्य सिल्वर मेडल मीराबाई चानू सैखोम ने इस इवेंट में जीता। वहीं भारत को दो सिल्वर मेडल जूडो में मिले।
ग्लास्गो। 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की शुरुआत गोल्ड के साथ हुई। टूर्नामेंट के पहले दिन उसे वेटलिफ्टिंग में संजीता खुमुखच्चम ने 48 किग्राभार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। एक अन्य सिल्वर मेडल मीराबाई चानू सैखोम ने इस इवेंट में जीता। वहीं भारत को दो सिल्वर मेडल जूडो में मिले। जूडो में पुरुषों के 60 किग्राभार वर्ग में नवजोत चाना और महिलाओं के 48 किग्राभार वर्ग में सुशीला लिक्माबाम ने सिल्वर मेडल जीता।
ब्रॉन्ज मेडल नेची ओपारा के नाम रहा। वह नाइजीरिया की हैं। संजीता ने महिलाओं के 48 किलोग्राम भारवर्ग में 173 किलोग्राम भार उठाकर स्वर्ण पर कब्जा किया, जबकि मीराबाई चानू सैखोम ने इसी वर्ग में 170 किलोग्राम भार उठाकर रजत पदक हासिल किया।
गोल्ड जीता पर विश्व रिकॉर्ड से रही गईं दो किग्रा दूर
संजीता हालांकि 175 किग्रा के अगस्तीना नकेम नावाओकोलो के राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड से दो किग्रा से पीछे रह गई। संजीता ने स्नैच में 77 किग्रा वजन उठाकर अगस्तीना के राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने क्लीन एवं जर्क में 96 किग्रा वजन उठाया।
नाइजीरिया की ओपारा को छोड़ा पीछे
स्नैच स्पर्धा के बीच में ही भारत का दबदबा स्थापित हो गया था जब 20 साल की संजीता और 19 साल की मीराबाई ने क्रमश: 77 और 75 किग्रा वजन उठाया। नाइजीरिया की ओपारा स्नैच में 70 किग्रा वजन ही उठा पाई। उनका 75 किग्रा का तीसरा प्रयास विफल रहा। संजीता ने स्नैच में 72 किग्रा वजन उठाकर शुरुआत की और फिर 77 किग्रा वजन उठाया। मीराबाई 75 किग्रा के अपने पहले प्रयास में विफल रही लेकिन उन्होंने तीसरे प्रयास में यह वजन उठा लिया।