मुख्यमंत्री ने राज्यस्तरीय सम्मान समारोह में साक्षी को सौंपा ढाई करोड़ का चेक
रियो ओलंपिक में कांस्य का तमगा जीत कुश्ती की सुल्तान बनीं साक्षी मलिक के कदम जैसे ही गृह प्रदेश हरियाणा की धरती पर पड़े, उनका राज्य अतिथि की तर्ज पर शाही स्वागत किया गया
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। रियो ओलंपिक में कांस्य का तमगा जीत कुश्ती की सुल्तान बनीं साक्षी मलिक के कदम जैसे ही गृह प्रदेश हरियाणा की धरती पर पड़े, उनका राज्य अतिथि की तर्ज पर शाही स्वागत किया गया। क्या मंत्री, क्या संतरी, परिजन हो या आमजन सभी देर रात से ही साक्षी के स्वागत में पलक पांवड़े बिछाए हुए नजर आए। दुनिया भर में देश-प्रदेश का नाम ऊंचा करने वाली अपनी लाडो की एक झलक पाने को सड़कों पर लोगों का भारी हुजूम था।
इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर साक्षी का स्वागत करने को प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों समेत परिजन व भारी संख्या में लोग देर रात से डटे थे। जैसे ही साक्षी के कदम एयरपोर्ट पर पड़े, उनका जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद उन्हें वहां से सड़क मार्ग से बहादुरगढ़ में प्रवेश किया। वहां राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साक्षी मलिक को ढाई करोड़ रुपये का चेक सौंपा। साथ ही उन्होंने साक्षी को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की ब्रांड अंबेसडर बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने साक्षी को द्वितीय श्रेणी के अधिकारी की नौकरी का भी आफर दिया। साथ ही साक्षी को मां को सुदेश को भी बाल विकास विभाग में सीडीपीओ नियुक्त करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने एलान किया कि प्रदेश को खेलों का हब बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। प्रदेश में खेल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। साक्षी के पैतृक गांव मोखरा में खेल नर्सरी की स्थापना के साथ-साथ स्टेडियम बनाया जाएगा। उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वह खेलों में बढ़-चढ़कर भाग ले। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां पदक विजेताओं को सबसे ज्यादा राशि दी जाती है।
अपने शाही सम्मान से साक्षी भी गद्गद नजर आईं। उन्होंने कहा कि मेडल जीतने के बाद जिंदगी ही बदल गई है। उन्होंने पहलवान सुशील व योगेश्वर की सराहना करते हुए कहा कि उनसे प्रेरणा लेकर ही वे आज इस मुकाम पर पहुंची। इन दोनों ने ओलंपिक में मेडल के रास्ते खोले। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने साक्षी के कोच मनदीप व कुलदीप को भी दस-दस लाख रुपये का चेक सौंपकर सम्मानित किया गया।