हॉकी टीम से लेकर तमाम खिलाड़ी और अधिकारी तक सब चर्चा में
एशियन गेम्स में पिछले 16 साल से स्वर्ण नहीं जीत पाने का कलंक धोने को बेताब भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच टेरी वॉल्श
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। एशियन गेम्स में पिछले 16 साल से स्वर्ण नहीं जीत पाने का कलंक धोने को बेताब भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच टेरी वॉल्श ने कहा है कि मौजूदा टीम में इतना आत्मविश्वास है कि वह इंचियोन एशियन गेम्स में स्वर्ण जीत सकती है। वहीं, इसके अलावा मैनेजर और अधिकारियों को लेकर चल रहा विवाद भी एशियन गेम्स के दौरान भारत में चर्चा का विषय रहेगा।
वॉल्श ने कहा कि सरदार सिंह की अगुआई वाली टीम ग्वांग्झू में में चार साल पहले जीते कांस्य को इंचियोन में स्वर्ण में बदलने का माद्दा है। उन्होंने टीम की रवानगी से पहले कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण बात आत्मविश्वास और हार के भय के बगैर खेलना है। अच्छे प्रदर्शन के लिए सबसे जरूरी आत्मविश्वास है। आत्मविश्वास और बेचैनी आपस में जुड़े हुए हैं और आपको इन दोनों का फर्क पता होना चाहिए। ग्लास्गो कॉमनलेल्थ गेम्स खेलों में खिलाडिय़ों में यह आत्मविश्वास नहीं था कि वे स्वर्ण जीत सकते हैं। यह विकास की प्रक्रिया है जो रातोंरात नहीं होती। मेरा मानना है कि यह टीम मलेशिया, कोरिया, चीन, पाकिस्तान, जापान को हराकर खिताब जीत सकती है।' भारतीय हॉकी पुरुष टीम गुरुवार को इंचियोन रवाना हो गई, जबकि महिला टीम शुक्रवार को रवाना होगी।
- मैनेजर नहीं भेजने के फैसले पर अड़ी सरकार:
एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली 28 में से 23 स्पर्धाओं की टीमों के लिए किसी मैनेजर को नहीं भेजने के अपने फैसले पर खेल मंत्रालय कायम है। खेल मंत्रालय ने बुधवार को 679 सदस्यीय भारतीय दल को मंजूरी दी थी, लेकिन इस दौरान पांच खेलों को छोड़कर बाकी सभी टीमों के मैनेजरों को बाहर कर दिया था।
प्रधानमंत्री कार्यालय से सलाह के बाद खेल मंत्रालय की सूची में मैनेजरों के तौर पर सिर्फ सानिया मिर्जा की मां नसीमा मिर्जा, राजन एफ ईरानी (गोल्फ), वीके ढाल (निशानेबाजी), रामअवतार सिंह जाखड़ (वालीबॉल) और केडी सिंह (नौकायन) शामिल हैं। आइओए ने मंत्रालय से आग्रह किया था कि वह मैनेजरों को भारतीय दल के साथ नहीं भेजने के फैसले पर पुनर्विचार करे, लेकिन सरकार ने इन्कार कर दिया। साइ के महानिदेशक जीजी थॉमसन ने कहा कि हम सूची में कोई बदलाव नहीं कर रहे हैं इसलिए किसी मैनेजर के नाम को शामिल नहीं किया जाएगा। लेकिन अब सानिया और लिएंडर पेस इंचियोन नहीं जा रहे हैं इसलिए सानिया की मां नसीमा और डॉक्टर के तौर पर जा रहे पेस के पिता वेस का नाम भी कटना तय है।
- आइओए के तीन अधिकारी रवाना, दल प्रमुख कल जाएंगे:
इंचियोन में 19 सितंबर से शुरू होने वाले एशियन गेम्स के लिए डेलीगेट्स रजिस्ट्रेशन मीटिंग (डीआरएम) के लिए संयुक्तसचिव राकेश गुप्ता की अगुआई में भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) का तीन सदस्यीय दल गुरुवार की रात रवाना हो गया है। खेल मंत्रालय से भारतीय दल की फाइनल लिस्ट जारी होने में देरी के कारण अभी तक डीआरएम नहीं हो पाया है और इसके बिना भारतीय टीमें खेल गांव में प्रवेश नहीं कर पाएंगी। दल प्रमुख और भारतीय एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष आदिल जे सुमरीवाला शनिवार को रवाना होंगे। सुमारीवाला ने कहा कि उद्घाटन समारोह से पहले ही फुटबॉल मैच होने हैं। फिलहाल भारत की महिला और पुरुष फुटबॉल टीमें चीन में हैं। हमें उम्मीद हैं कि 13 तारीख की सुबह तक भारत की दोनों टीमें खेल गांव में प्रवेश कर जाएंगी। हमारा पूरा ध्यान इसी बात पर है कि जल्द से जल्द फुटबॉल टीमों को खेल गांव में प्रवेश दिलाया जाए।