दीपिका ने कहा, 'नहीं छोड़ूंगी ड्रॉ वाला मुद्दा'
एशियाई खेलों में स्क्वॉश में भारत के लिए पहला पदक हासिल करने वाली दीपिका पल्लीकल ने कहा कि भारत में अधिकारियों द्वारा कोई संतोषजनक जवाब
नई दिल्ली। एशियाई खेलों में स्क्वॉश में भारत के लिए पहला पदक हासिल करने वाली दीपिका पल्लीकल ने कहा कि भारत में अधिकारियों द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद वह उच्च अधिकारियों के सामने 'ड्रॉ से हुए छेड़छाड़' के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेंगी। सेमीफाइनल में विश्व की नंबर एक निकोल डेविड से सोमवार को हारने वाली दीपिका ने कहा कि वह हमवतन जोशना चिनप्पा के खिलाफ अपने मैराथन विजयी प्रयास से खुश हैं जिसकी बदौलत उन्होंने रविवार को कांस्य पदक पक्का किया था।
दीपिका विशेष रूप से इसलिए खुश हैं, क्योंकि इस विजयी प्रयास ने अधिकारियों और उन पर संदेह करने वालों को गलत साबित कर दिया। दीपिका ने इंचियोन से कहा कि यह जीत वास्तव में मेरे लिए महत्वपूर्ण है। जब मैंने सबके साथ कहा कि ड्रॉ से छेड़छाड़ हुई है तो कुछ लोगों ने सोचा कि मैं जोशना का सामना नहीं करना चाहती। कल्पना कीजिए, अगर जोशना दूसरे मैच में खेलती तो हम दो पदक जीत सकते थे। भविष्य के लिए मैं विकल्प तलाश रही हूं कि मैं इस मामले को कैसे आगे बढ़ा सकती हूं। दीपिका के पास इंचियोन खेलों में बनाए गए खेल पंचाट अदालत (सीएएस) के तदर्थ विभाग के पास अपील करने का विकल्प है। सीएएस की स्थापना 1984 में की गई थी।