विराट कोहली नहीं बल्कि यह तीरंदाज बनीं साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
नई दिल्ली। देश की सर्वश्रेष्ठ और विश्व की दूसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका कुमारी ने धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली और विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को पीछे छोड़ते हुए फिक्की का साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत लिया। दीपिका को गुरुवार शाम फिक्की हाउस में फिक्की इंडिया खेल पुरस्क
नई दिल्ली। देश की सर्वश्रेष्ठ और विश्व की दूसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका कुमारी ने धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली और विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को पीछे छोड़ते हुए फिक्की का साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत लिया।
दीपिका को गुरुवार शाम फिक्की हाउस में फिक्की इंडिया खेल पुरस्कार में वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। दीपिका को इसके साथ ही दो अन्य महिला तीरंदाजों के साथ वर्ष की सर्वश्रेष्ठ टीम का पुरस्कार भी मिला। दीपिका के साथ एम बोम्बायला देवी और रिमिल बुरुली ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। भारतीय महिला तीरंदाजी टीम ने इस पुरस्कार की होड़ में भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम और भारतीय महिला कबड्डी टीम को पीछे छोड़ा। विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली सिंधू ने ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता। उन्होंने इस पुरस्कार के लिए विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता पहलवान अमित कुमार और क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा को पछाड़ा।
पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया गया। द्रविड़ भी यह पुरस्कार लेने के लिए मौजूद नहीं थे। द्रविड़ की तरफ से यह पुरस्कार जस्टिस मुकुल मुद्गल ने ग्रहण किया जिन्होंने आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच की थी। जस्टिस मुद्गल ने इस अवसर पर कहा कि द्रविड़ को उनकी उपलब्धियों के लिए जो मान्यता मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिल पाई क्योंकि वह कम ग्लैमरस खिलाड़ी हैं लेकिन खेल के प्रति अपने समर्पण के कारण वह करोड़ों युवाओं के लिए रोल मॉडल बने हुए हैं।