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गोल्ड मेडलिस्ट अब जीवन चलाने के लिए कर रही है ये काम

राष्ट्रीय स्तर पर आर्चरी में गोल्ड मेडल जीत चुकी असम की महिला आर्चर बुलि बासुमैत्री अब अपना जीवन चलाने के लिए सड़क पर संतरे बेच रही हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 14 Feb 2017 09:29 PM (IST)Updated: Tue, 14 Feb 2017 09:53 PM (IST)
गोल्ड मेडलिस्ट अब जीवन चलाने के लिए कर रही है ये काम
गोल्ड मेडलिस्ट अब जीवन चलाने के लिए कर रही है ये काम

असम(एएनअाई)। राष्ट्रीय स्तर पर आर्चरी में गोल्ड मेडल जीत चुकी असम की महिला आर्चर बुलि बासुमैत्री अब अपना जीवन चलाने के लिए सड़क पर संतरे बेच रही हैं।

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बुलि का कहना है कि वो ऐसा पिछले तीन वर्षों से कर रही हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते और असम पुलिस में नौकरी के लिए अर्जी दी लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली।

इस मामले पर असम के खेल मंत्री पल्लभ लोचन दास ने कहा कि हम अगले सप्ताह बुलि को आर्चरी कोच के तौर पर नियुक्त करेंगे। इसके बाद उन्हें पंजाब में ट्रेनिंग दी जाएगी।

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