रविवार को होंगे बीएफआइ के चुनाव, दिल्ली हाई कोर्ट का रोक से इन्कार
चार वर्ष बाद रविवार को मुंबई में हो रहे नवगठित बीएफआइ के चुनाव पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाने से इन्कार कर दिया।
जागरण संवाददाता, गुड़गांव। चार वर्ष बाद रविवार को मुंबई में हो रहे नवगठित बाक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआइ) के चुनाव पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाने से इन्कार कर दिया। चुनाव पर रोक लगाने के लिए इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन ने याचिका दायर की थी, जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ (आइबा) की मंजूर के बाद यह चुनाव हो रहे हैं। इसमें भारतीय ओलंपिक संघ व साइ भी शामिल है। चुनाव में प्रधान पद के लिए उत्तराखंड के अजय सिंह और दिल्ली के रोहित जैन में टक्कर होगी। महासचिव पद के लिए राकेश ठाकरान, जय कवली और लेनी डी गामा के बीच मुकाबला है।
चुनाव से बाहर रखने से सेवा बोर्ड और रेलवे भड़के
नई दिल्ली, प्रेट्र। चुनाव से बाहर रखे जाने पर संघ के बड़े साझेदार रेलवे और खेल सेवा नियंत्रण बोर्ड ने खेल मंत्रालय से विरोध दर्ज कराया है। चुनाव से रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) और सर्विसेस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) को दूर रखा गया है जबकि उन्हें इस चुनाव में वोट देने का अधिकार है। आरएसपीबी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, 'हमें चुनाव के लिए सूचना तक नहीं भेजी गई, हमें मीडिया के जरिये जानकारी मिल रही है। हम जैसे बड़े साझेदारों के साथ बर्ताव करने का यह तरीका सही नहीं है। हम मुक्केबाजों को नौकरी और प्रशिक्षण की सुविधाएं देते हैं। हमारे मुक्केबाज हर बड़ी प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करने का जा चुके हैं। हमें चुनाव प्रकिया से बाहर कैसे रखा जा सकता है।'
एसएससीबी के एक अधिकारी ने कहा, ' मुक्केबाजी एसएससीबी का एक अभिन्न अंग है। यहां तक कि हमारे यहां इस खेल को आरंभिक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए एक विभाग भी है। हमें कम से कम यह तो बताया जाना चाहिए था कि चुनाव की प्रक्रिया चल रही है।' दूसरी ओर एडहॉक कमेटी के एक सदस्य ने कहा कि दोनों बोर्डो को चुनाव से इसलिए दूर रखा गया है क्योंकि उन्होंने बीएफआइ से संबद्धता प्रकिया में हिस्सा नहीं लिया था।