डोपिंग का डंक: एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता प्रियंका पर आठ साल का प्रतिबंध
29 वर्षीय प्रियंका को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की अनुशासनात्मक समिति ने निलंबन की सजा सुनाई।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत की 400 मीटर की शीर्ष धाविका प्रियंका पंवार पर प्रतिबंधित शक्तिवर्धक पदार्थ लेने के लिए दोषी पाए जाने पर सोमवार को आठ साल का प्रतिबंध लगा दिया गया, जिससे उनका करियर लगभग खत्म माना जा रहा है। 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में चार गुणा 400 मीटर महिला रिले में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रियंका को पिछले साल राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक प्रतियोगिता के दौरान प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पॉजीटिव पाया गया था। इसलिए उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।
29 वर्षीय प्रियंका को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की अनुशासनात्मक समिति ने निलंबन की सजा सुनाई। उनके पिछले साल हुए परीक्षण के नतीजे के आधार पर नाडा समिति ने यह फैसला सुनाया। नाडा प्रमुख नवीन अग्रवाल ने कहा, 'जुलाई 2016 से उसे आठ साल के लिए निलंबित किया गया है।'
प्रियंका का नमूना मेफेनटेरमाइन के लिए पॉजीटिव पाया गया था। नाडा संहिता के अनुसार, यदि कोई खिलाड़ी डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन के मामले में दूसरी बार पकड़ा जाता है तो उस पर आठ साल से लेकर अधिकतम आजीवन प्रतिबंध तक लग सकता है। इससे पहले प्रियंका को 2011 में हुए डोप परीक्षण में पांच अन्य एथलीटों के साथ एनाबोलिक स्टेरायड के लिए पॉजीटिव पाया गया था, जिसके बाद उन्हें दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था।