दूसरी बार विंबलडन खिताब जीतकर एंडी मरे ने रचा नया इतिहास
ब्रिटिश टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे ने आज विंबलडन मेन्स सिंगल्स फाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिक को हराकर नया इतिहास रच दिया है।
लंदन। ब्रिटिश टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे ने आज विंबलडन मेन्स सिंगल्स फाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिक को हराकर नया इतिहास रच दिया है। वो अब दो विंबलडन खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बन गए हैं। ये मरे के करियर का तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है।
- कड़ी टक्कर के बाद जीता मुकाबला
एंडी मरे ने ये मुकाबला 6-4, 7-6 (7/3), 7-6 (7/2) से जीता। मैच के पहले सेट में एंडी मरे ने आसानी से जीत दर्ज की, ये सेट 41 मिनट तक चला। वहीं दूसरे सेट में राओनिक ने मरे को कड़ी मशक्कत कराई। इस सेट में दोनों के बीच अंत तक टक्कर देखने को मिली और टाइब्रेकर के बाद मरे ने 7-6 (7/3) से सेट अपने नाम किया। ये सेट 66 मिनट तक चला। इसके बाद बारी आई तीसरे सेट की जहां दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता और कड़ी हो गई। इस सेट में राओनिक ने छठे गेम तक लगातार मरे की परीक्षा ली और कई बार जीत के करीब आते ही मरे को पीछे धक्का देने का प्रयास किया। हालांकि अंत में जबरदस्त टाई ब्रेकर के बाद मरे ने सेट, मैच और खिताब अपने नाम कर लिया।
- ब्रिटिश टेनिस इतिहास में लिखा नया अध्याय
गौरतलब है कि 2012 में एंडी मरे ने पहली बार विंबलडन खिताब जीता था और ओपन एरा में ये खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बने थे। वैसे, ब्रिटेन की तरफ से ये खिताब 1936 में फ्रेड पेरी जीते थे और उनके बाद लंबा सूखा रहा और मरे ने 2012 में वो सूखा खत्म किया था। अब मरे दूसरी बार ये खिताब जीतकर, दो विंबलडन खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बन गए हैं।
- धो डाला कलंक
इस जीत के साथ ही 29 वर्षीय मरे ने फाइनल में हारने का कलंक भी धो दिया। मरे को आठ ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में शिकस्त झेलनी पड़ी है। इनमें से सात बार सर्बियाई खिलाड़ी नोवाक जोकोविक और एक बार स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेरा। इस बार जोकोविक जहां क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए थे वहीं फेडरर का अभियान सेमीफाइनल में थम गया। इससे मरे की राह आसान हो गई थी।
- मरे के ग्रैंडस्लैम खिताब
यूएस ओपन : 2012
विंबलडन : 2013
विंबलडन : 2016