नौवीं बाजी भी ड्रॉ, कार्लसन खिताब के और करीब पहुंचे
नौवीं बाजी में काले मोहरों के साथ खेल रहे भारतीय ग्र्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद की तैयारी अच्छी दिखी, जिन्होंने गत चैंपियन नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ विश्व शतरंज चैंपियनशिप में गुरुवार को एक और ड्रॉ खेला।
सोच्चि (रूस)। नौवीं बाजी में काले मोहरों के साथ खेल रहे भारतीय ग्र्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद की तैयारी अच्छी दिखी, जिन्होंने गत चैंपियन नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ विश्व शतरंज चैंपियनशिप में गुरुवार को एक और ड्रॉ खेला।
सफेद मोहरों के साथ खेल रहे कार्लसन से लोग उम्मीद कर रहे थे कि वह जीत के लिए जोर लगाएंगे, लेकिन महज 20 चालों के बाद ड्रॉ के लिए तैयार हो जाना प्रशंसकों के लिए थोड़ा अप्रत्याशित रहा। इन चालों में आखिरी पांच चाल तो सिर्फ दोहराव भर ही थीं।
हालांकि इस ड्रॉ का फायदा एक तरह से कार्लसन को ही हुआ, जो खिताब के और भी करीब पहुंच गए। नौ बाजियों के बाद कार्लसन के पांच और आनंद के चार अंक हैं। कार्लसन को खिताब बचाने के लिए अब बाकी बचे तीन मुकाबलों को ड्रॉ कराने की जरूरत है। सबसे पहले 6.5 अंक हासिल करने वाला खिलाड़ी विजेता घोषित किया जाएगा। यदि निर्धारित 12 बाजियों के बाद दोनों खिलाड़ी 6-6 अंक से बराबर रहे तो टाईब्रेकर के जरिए विजेता का फैसला होगा।
आनंद मुकाबले में अच्छी शुरुआत करते हुए पकड़ मजबूत करते दिखे। उनकी 12वीं चाल ने कार्लसन को सोच में डाल दिया और उन्हें अगली चाल चलने में 13 मिनट का समय लग गया। इसके बाद आनंद ने एकदम नई 'चाल' चलते हुए विपक्षी पर दबाव बनाया। कार्लसन ने 26 मिनट तक विचार करने के बाद अपनी चाल चली। आनंद अब शुक्रवार को खेले जाने वाली दसवीं बाजी में सफेद मोहरों के साथ उतरेंगे।