एक थप्पड़ ने बदल दी, इस खिलाड़ी की दुनिया
स्केट्स उठाकर देखने पर पड़े थप्पड़ ने हिसार के दीपांशु की जिंदगी बदल दी और उन्होंने स्केटिंग में विश्व कीर्तिमान बना दिया।
हिसार। बास्केटबॉल के ट्रायल्स नहीं हुए तो उस खिलाड़ी ने सीनियर खिलाड़ी के स्केट्स उठाकर देखे, बदले में उसे थप्पड़ जड़ दिया। इसके साथ ही यह ताना भी सुनने को मिला कि यह तेरे बस का नहीं है। इस घटना से आहत उस खिलाड़ी ने ठान लिया कि अब स्केटिंग ही करनी है। यह जिद जुनून में बदली और दीपांशु पूनिया ने स्केटिंग को अपनाते हुए आगे चलकर विश्व कीर्तिमान बना डाला।
आर्मी के रिटायर्ड सूबेदार आरके पूनियां का बेटा दीपांशु भारत में स्केटिंग में आज जाना-पहचाना नाम है। भारत की इनलाइन हॉकी टीम में खेलने वाले दीपांशु ने 2012 में दिल्ली के खेलगांव में लगातार 50 घंटे स्केटिंग का विश्व कीर्तिमान बनाया। उनके इस विश्व रिकॉर्ड को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी जगह मिली।
दीपांशु ने स्केटिंग की शुरुआत केवीएस स्कूल से की और 2009 में चंडीगढ़ में वे राज्य चैंपियन बने। वे स्टेट लेवल पर 1 स्वर्ण, 5 रजत और 1 कांस्य पदक जीत चुके हैं। वे लगातार तीन बार राष्ट्रीय स्पर्धा में भी हिस्सा ले चुके हैं।