तीन भारतीय मुक्केबाजों की नजर ओलंपिक टिकट पर
नीरज गोयत, गौरव बिधूड़ी और दिलबाग सिंह वेनेजुएला के वारगास में रियो खेलों के लिए होने वाले अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत कर
नई दिल्ली। ओलंपिक में भाग लेने वाला पहला भारतीय पेशेवर मुक्केबाज बनने की मुहिम के तहत डब्ल्यूबीसी एशियाई खिताबधारी नीरज गोयत, गौरव बिधूड़ी और दिलबाग सिंह वेनेजुएला के वारगास में रियो खेलों के लिए होने वाले अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।
वेनेजुएला में होने वाला टूर्नामेंट पेशेवर और एमेच्योर के बीच अंतर का ऐतिहासिक अंत होगा। गौरव (49 किग्रा), नीरज (69 किग्रा) और दिलबाग (81 किग्रा) सोमवार को इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट का पहला राउंड खेलेंगे। पिछले महीने एआइबीए की कांग्रेस में फैसला किया गया कि पेशेवर मुक्केबाजों को ओलंपिक में भाग लेने का मौका मुहैया कराया जाए, जो पांच अगस्त से रियो डि जेनेरियो में आयोजित होंगे।
टूर्नामेंट में पूरी दुनिया के पेशेवर मुक्केबाजों के अलावा एआइबीए के खुद के पेशेवर टूर्नामेंट (मुक्केबाजी विश्व सीरीज और एआइबीए प्रो मुक्केबाजी) में भाग लेने वाले मुक्केबाज शिरकत करेंगे। हालांकि प्रो सर्किट का कोई भी बड़ा नाम इस टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं हुआ है, जिसमें उन्होंने कई कारण दिए हैं जैसे फिटनेस, तैयारी के लिए समय की कमी और अपने प्रमोटर द्वारा प्रतिबंध लगाने की धमकी आदि।
सात प्रो मुकाबले जीतने वाले नीरज का मुकाबला ग्रीस के डिमिट्रायस पोउलीकोस टसागक्राकोस से होगा। गौरव अपनी शुरुआती बाउट में उक्रेन के मैक्सिम से भिड़ेंगे। दिलबाग का सामना मोल्दोवा के पेत्रू सिओबानु के साथ होगा। अभी तक तीन भारतीय मुक्केबाज शिव थापा (56 किगा्र), मनोज कुमार (64 किग्रा) और विकास कृष्ण (75 किग्रा) रियो ओलंपिक के लिए अपनी जगह पक्की कर चुके हैं।