इस शहर की आबादी 1 व्यक्ति, दुनिया के 5 सुनसान शहर
आप ने कभी किसी शहर के बोर में सुना है क्या जहां की आबादी सिर्फ एक व्यक्ति हो। जनाब हम आप को आज विश्व के ऐसे पांच शरों के बारे बताने जा रहे हैं जो सुनसान हैं।
1- तोमिओका, जापान
2010 तक इस जापानी शहर की आबादी करीब 15 हजार थी। फिर 2011 में सुनामी आई और फुकुशिमा दाइची न्यूक्लियर प्लान्ट से रिसाव होने लगा। इसके चलते रेडिएशन फैला। जिसकी जद में तोमिओका भी था। रेडिएशन के डर से सारे लोग यहां से भाग गए। सिर्फ 58 साल के नाओतो मत्सुमुरा रह गए। तब से वो यहां पर अकेले रहते हैं।
2- मोनोवी, नेब्रास्का अमेरिका
एक नेटिव अमेरिकन लैंग्वेज में मोनोवी का मतलब फ्लॉवर होता है। 1902 में यहां बनने वाली शुरुआती बिल्डिंग एक पोस्ट ऑफिस की थी। पोस्ट ऑफिस 1967 में बंद हो गया था। लोग बेहतर जॉब और स्थायित्व की तलाश में यह जगह छोड़कर जाते रहे। यहां एक कपल रह गया था। लेकिन 2004 में पति की मौत हो जाने के बाद पत्नी ही यहां की एकमात्र निवासी बची। वह यहां की मेयर भी है।
3- विला इपेक्युएन, अर्जेंटीना
अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स प्रांत में यह शहर 1920 के दौर में बसा था। यह राजधानी ब्यूनस आयर्स जाने वालों के लिए रेस्ट का ठिकाना हुआ करता था।1985 में आई भीषण बाढ़ में यह पूरी तरह तबाह हो गया। सारे लोग शहर छोड़कर चले गए और यह वीरान हो गया। इसके बाद 2009 में पाब्लो नोवाक नाम का एक शख्स यहां रहने के लिए लौटा। उसका जन्म 1930 में इसी शहर में हुआ था। वह यहां अपने घर को फिर से आबाद करने लौटा था।
4- बोनांजा, कोलोराडो अमेरिका
यहां चांदी की खदानें पाई गई थीं। उनके चलते 1880 में यह शहर आबाद हुआ था। उस दौर में यहां डेढ़ हजार लोग रहते थे। फिर धीरे-धीरे चांदी का उत्खनन कम होता गया और लोग शहर छोड़कर जाते रहे। सन् 2010 में यहां महज 16 लोग थे। फिर बुजुर्गों की मौत और युवाओं के चले जाने के कारण समय-समय पर इसकी आबादी 1 होती रही। कभी-कभार कुछ लोग यहां वापस आ जाते हैं।
5- कास, न्यूजीलैंड
1910 में इस शहर की स्थापना के समय लगभग 800 लोग रहते थे। फिलहाल यहां 5 घर बचे हैं जिनमे रहने वाला सिर्फ एक व्यक्ति है। कास के एकमात्र निवासी का नाम है बैरी ड्रमांड। वे कीवी-रेलवे के कर्मचारी हैं। उनके जिम्मे में रेलवे के कास सेक्शन की देखरेख की जिम्मेदारी है। जो वे पिछले 30 साल से निभा रहे हैं। बैरी कहते हैं कि वे कास कभी नहीं छोड़ेंगे। अगल-बगल के कस्बों के लोग जब वहां से गुजरते हैं तो उनकी तरफ देखकर हाथ हिला देते हैं।