बिना दूल्हे के हो गई शादी
दूल्हा नहीं पहुंचा और शादी भी हो गई। जिले के गांव पूरे जिले में यह करिश्मा देखने को मिला। बिना दूल्हे के सम्पन्न विवाह पूरे विधि विधान से हुआ। दुल्हन ने दूल्हे के प्रतीक स्वरूप उसके वस्त्रों के साथ सात फेरे लिए।
रायबरेली। दूल्हा नहीं पहुंचा और शादी भी हो गई। जिले के गांव पूरे जिले में यह करिश्मा देखने को मिला। बिना दूल्हे के सम्पन्न विवाह पूरे विधि विधान से हुआ। दुल्हन ने दूल्हे के प्रतीक स्वरूप उसके वस्त्रों के साथ सात फेरे लिए।
गांव ही नहीं पूरे क्षेत्र में शादी चर्चा का विषय बनी रही। पूरे जिल्ला मजरे गंगौली के सुरेश कुमार ने अपनी पुत्री सरिता की शादी थाना डलमऊ के गांव कोइलीपुर कि ठाकुरदीन के पुत्र रामू के साथ तय की थी। शादी की तैयारियां पूरी हो गई थीं। इसी बीच रामू के बहनोई की हत्या हो गई और इसके आरोप में रामू जेल चला गया। तब तक शादी की तैयारी पूरी हो चुकी थी। रिश्तेदारों में निमंत्रण पत्र भी बंट चुके थे। कन्या पक्ष की ओर से भी सारी खरीदारी की जा चुकी थी। रामू की जमानत का प्रयास किया गया लेकिन मामला गंभीर होने की वजह से जमानत नहीं मिल पाई। ऐसे में वर व वधू पक्ष ने तय किया कि नियत तिथि पर प्रतीकात्मक शादी की जाए। लड़की से भी राय ली गई। उसकी रजामंदी के बाद मंगलवार को पूरे धूमधाम से विवाह सम्पन्न हुआ। कन्या पक्ष ने भी विधि विधान के साथ बरात का स्वागत किया। बाद में अन्य कार्यक्रम सम्पन्न हुए। रात में दूल्हे के कपड़ों के साथ दुल्हन ने सात फेरे लिए। फेरों के दौरान लड़की ही नहीं वहां मौजूद लोगों की भी आंखें नम थीं। परिवार के लोगों ने बताया कि रामू जब जेल से रिहा होगा तो मंदिर में दोबारा रस्में पूरी होंगी।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर