नौकरी पाने के लिए बनना पड़ा मुर्गा
कोई आपसे कहे कि कुछ लोगों ने नौकरी पाने के लिए सबके सामने मुर्गा बनना तक मंजूर कर लिया, तो आप सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर ऐसी कौन-सी नौकरी है।
लोग नौकरी पाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। ये बात किसी से छुपी नहीं है कि आज के आधुनिक युग में नौकरी पाने के लिए केवल प्रोफेशनल डिग्री की जरूरत नहीं है बल्कि इसके लिए तकनीकी ज्ञान होना भी बेहद जरूरी है। बल्कि नौकरी पाने के लिए कुछ युवा तो पर्सनॉलिटी ग्रूमिंग क्लास तक लेते हैं। लेकिन कोई आपसे कहे कि कुछ लोगों ने नौकरी पाने के लिए सबके सामने मुर्गा बनना तक मंजूर कर लिया, तो आप सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर ऐसी कौन-सी नौकरी है।
दरअसल, राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से परीक्षा का परिणाम जारी होने के छह महीने बाद भी चयनित कैंडिडेट्स को नियुक्ति अभिशंसा सरकार को नहीं भेजने से, परेशान चयनित कैंडिडेट्स ने आयोग में मुर्गा बनकर विरोध प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने शाम तक अभिशंसा नहीं भेजने पर अनशन पर बैठने की चेतावनी भी दी। इन कैंडिडेट्स को सड़क पर आयोग के सामने मुर्गा बने देखकर पहले आसपास के लोगों ने हंसना शुरू कर दिया लेकिन जब लोगों ने इन कैंडिडेट्स से बात की, तो इन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग की ढिलाई और लापरवाही की पोल सभी के सामने खोल दी।
उल्लेखनीय है कि आयोग की ओर से मोटर व्हीकल उप निरीक्षक भर्ती-2013 की ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन 25 से 26 जून 2014 को किया गया था। परीक्षा का परिणाम 30 दिसम्बर 2014 को जारी किया गया। संविक्षा परीक्षा में साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों का 31 अगस्त से 19 सितम्बर 2015 को साक्षात्कार लेकर 22 सितम्बर 2015 को 148 पदों पर अंतिम रूप से चयनित मोटर व्हीकल उप निरीक्षकों का परिणाम जारी किया गया। इन कैंडिडेट्स का कहना है कि आयोग द्वारा उन्हें 6 महीने से सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं।