IIT स्टूडेंट्स का कमाल, बिना बिजली के AC से होगा आपका घर ठंडा
गर्मी में आप सभी का एक सा हाल होता है एयर कंडीशनर ना चलायें तो गर्मी बेहाल कर देती है और चलायें तो बिजली बिल देख कर तौबा निकल जाती है। साथ में ग्लोबल वार्मिंग का हिस्सा बनने की तकलीफ अलग से होती है। पर अब आ गया है इसका हल।
आईआईटी छात्रों का कमाल
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर के दो छात्रों ने एक कमाल का अविष्कार कर डाला है। जो आपके हर दुख का इलाज है। इन छात्रों ने एक ऐसे वाटर टैंकर की खोज की है जो भविष्य में एसी के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। दीवार के भीतर फिट किए जाने वाले वाटर टैंक के इस्तेमाल से एसी के इस्तेमाल की वजह से आने वाला आपका बिजली बिल 50 प्रतिशत तक कम हो सकता है। खास बात ये है कि एक होम कूलिंग सिस्टम पूरी तरह इको फ्रेंडली भी है।
'पैसिव सोलर वाटर वॉल' दिया नाम
'पैसिव सोलर वाटर वॉल' के नाम से बने इस कूलिंग सिस्टम को बनाने वाले आईआईटी खड़गपुर के छात्रों की इस खोज को शेल आइडियाज360 ऑडियंस चॉइस अवॉर्ड्स में टॉप फाइव में शामिल किया गया है। भूभौतिकी विभाग की टेकनिक टीम में शामिल इन स्टूडेंटस के नाम शहश्रंसु मौर्या और सोमरूप चक्रवर्ती हैं। पैसिव सोलर वाटर वॉल एक आयताकार वाटर टैंक है जिसे दीवार के अंदर फिट किया जाता है।
कैसे करता है काम
मौर्या और चक्रवर्ती का कहना है कि यह वाटर टैंक पुराने टैंकरों से कुछ अलग है क्योंकि इसका सतही क्षेत्र काफी अधिक है। ऐसा इसलिए किया गया है जिससे टैंक तक ज्यादा से ज्यादा मात्रा में हवा पहुंच सके और इसको तेजी से ठंडा करने में सहायता करे। कहा जा रहा है ये आने वाले समय में एसी का विकल्प बना सकता है। इसे दीवारों के अंदर इस तरह से फिट किया जाएगा, ताकि कमरे का तापमान पूरी तरह से नियंत्रण में रहे। इस वजह से ऐसा होगा कि बिजली चली भी जायेगी तो भी इतनी ठंडक बनी रहेगी कि आप पसीने भरी गर्मी की चिपचिपाहट से बचे रहेंगे। इसमें बिजली की खपत काफी होगी। साथ ही ये इको फ्रेंडली है क्योंकि ये अंदर की गर्म हवा बाहर की ओर नहीं फेंकता जिससे ग्लोबल वार्मिंग का खतरा नहीं रहेगा।