जब चीनी सर्जन ने खुद गले में डाल लिया कैमरा, अंदर का हाल ऐसा दिखा
क्या आपने किसी डॉक्टर को मरीज के दर्द का अहसास करने के लिए अपने गले में कैमरा डालते देखा है। शायद नहीं लेकिन हाल ही में एक सर्जन ने अपने गले में कैमरा डालकर देखा अंदर का हाल
कैमरे के साथ एक छोटी सी ट्यूब
जी हां अक्सर लोग कहते हैं कि डॉक्टर इलाज के दौरान मरीज को होने वाली तकलीफ की फिक्र नहीं करते हैं। वे बस उसके उपचार में लगे रहते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। हाल ही में पूर्वी चीन में इसका एक बड़ा उदाहरण देखने को मिला है। यहां के टाइटन हॉस्पिटल में एक सर्जन ली जिओपेई ने मरीजो को गैस्ट्रोस्कोपी में होने वाले दर्द को अहसास करने के लिए खुद की गैस्ट्रोस्कोपी कर डाली। गैस्ट्रोस्कोपी पेट के अंदर और आंतो आदि के हालातों को बेहतर ढंग से समझने के लिए की जाती है। गैस्ट्रोस्कोपी करते समय एक कैमरे के साथ एक छोटी सी ट्यूब मरीज के गले में डाली जाती है। ऐसे में जब वह मरीजों की गैस्ट्रोस्कोपी करती थीं तो उन्हें काफी तकलीफ होती थी। मरीज अक्सर उनसे अक्सर अपना दर्द बताते थे। इस पर एक दिन जिओपेई ने कैमरे के साथ एक छोटी सी ट्यूब अपने गले में डाल ली। इसके बाद वह अपने अंदर का हाल देखकर हैरान थीं।
जब ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर देखेंगे
सबसे खास बात तो यह है कि सर्जन जिओपेई के इस प्रक्रिया का एक वीडियो भी बना है। जो उनकी फ्रेंड ने बनाया है। इतना ही नहीं यह वीडियो दूसरे डॉक्टरों के लिए भी पेश किया गया है। वहीं इस संबंध में सर्जन जिओपेई का कहना है कि उन्होंने अपने अंदर कैमरा और ट्यूब इसलिए डाला कि जिससे वह अपने अंदर का हाल देखने के साथ ही मरीज को होने वाले दर्द का अहसास कर सके। इससे वह मरीज का इलाज और ज्यादा अच्छे से कर पाएंगी। उनका कहना है कि इंटरनेट पर पोस्ट इस वीडियो को जब ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर देखेंगे तो वे भी मरीज का दर्द समझेंगे। उन्हें अहसास होगा कि ऐसी जांचों में मरीज को कितना दर्द होता है। इससे वह उसका इलाज बेहतर ढंग से करेंगे। वहीं इस पूरी प्रक्रिया को लेकर माना जा रहा है कि यह सर्जन जिओपेई का एक अनोखा रिसर्च था। जिससे वह अब कोशिश करेंगी भविष्य में मरीजों के इस दर्द को कम कर सकें।