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67 साल की देरी से लौटायी किताब फिर भी लाइब्रेरी ने नहीं लिया हर्जाना

न्‍यूजीलैंड के एक लाइब्रेरी में पूरे 67 साल की देरी से किताब लौटाने पर भी लाइब्रेरी ने नहीं लिया कोई हर्जाना।

By Monika minalEdited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 02:40 PM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2016 02:45 PM (IST)
67 साल की देरी से लौटायी किताब फिर भी लाइब्रेरी ने नहीं लिया हर्जाना

ऑकलैंड (न्यूजीलैंड)। न्यूजीलैंड मं एक महिला ने लाइब्रेरी से 60 वर्ष से भी पहले एक किताब लिया था जो अब वापिस किया है। इप्सम कम्युनिटी की लाइब्रेरी ने फेसबुक पर किताब की एक तस्वीर शेयर किया है जिसके साथ चेकआउट स्लिप भी लगाया है। इस स्लिप पर 17 दिसंबर 1948 की तारीख दी गयी है।

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पोस्ट में लिखा गया है, ‘आज एक कस्टमर आयी जिसने अपनी गलती स्वीकार किया। बचपन में जब तक वह ऑकलैंड में रही इप्सम लाइब्रेरी आती थी और उस वक्त एक किताब उसने लिया था।‘ किताब को काफी अच्छे और बेहतर हालात में लौटाया गया और लाइब्रेरियन जो कॉनेलियस ने द गार्जियन को बताया कि महिला को कोई लेट फीस नहीं चुकाना पड़ा क्योंकि बच्चों को लेट फीस नहीं देना होता था।

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कार्नेलियस ने कहा, ‘ वह थोड़ी शर्मिंदा दिख रही थी लेकिन मैं खुश था क्योंकि उसने कहा इस किताब को कई बार पढ़ा और लौटाने के लिए रखा हुआ था। इस एक बात से ही मुझे काफी खुशी हुई की यह किताब 60 सालों तक अच्छे पाठक के हाथ में था।‘

ऑकलैंड लाइब्रेरी के अभी की पॉलिसी के अनुसार 17,000 डॉलर जुर्माना बनता है। पर लाइब्रेरियन ने किसी तरह के फाइन लेने से इंकार कर दिया क्योंकि लाइब्रेरी में बच्चों के लिए इस तरह का कोई दंड नहीं था साथ ही किताब को अच्छे हालात में लौटाया गया है।


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