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साढ़े तीन हजार साल पुराना खोया 'लंच बॉक्‍स' मिला

स्विस आल्प्स में करीब साढे तीन हजार साल पहले का एक लंच बॉक्‍स मिला है। उम्‍मीद है कि इससे उस दौर की फसलों के बारे में नयी जानकारी मिलेगी।

By molly.sethEdited By: Published: Sat, 29 Jul 2017 01:38 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jul 2017 01:38 PM (IST)
साढ़े तीन हजार साल पुराना खोया 'लंच बॉक्‍स' मिला
साढ़े तीन हजार साल पुराना खोया 'लंच बॉक्‍स' मिला

मिलेगी कृषि के विकास की जानकारी

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पुरातत्‍व विशेषज्ञों का कहना है कि खेती बाड़ी और हर काल में पैदा किये जाने वाले अनाज से मानव जाति के विकास और संस्‍कृति के सबसे प्रमाणिक तथ्‍य खोजे जा सकते हैं। हालाकि ये बेहद परेशान करने वाली बात है कि अनाज का कांस्‍य युग और उसके आसपास के काल में वास्‍तविक उपयोग कैसे होता था ये अब तब अज्ञात है। यही कारण है कि अब खनन में मिले करीब साढ़े तीन हजार साल पुराने इस लंच बॉक्‍स के मिलने से पुरातत्‍वविद ये पता लगाने में सफल हो सकते हैं कि उस समय यूरेशिया में अनाज का प्रयोग कैसे और क्‍या होता था।  

दूध युक्‍त अन्‍न मिला

यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क की एक ऑर्कोलॉजिस्‍ट टीम को ये लंच बॉक्‍स समुद्र तल से करीब 8,700 फीट ऊपर लॉटचनपास में बर्फ के एक टुकड़े में दबा हुआ मिला है। इस बॉक्‍स का अध्‍ययन करने वाले लोगों का अनुमान है कि इसमें रखा हुआ अनाज दूध युक्‍त यानि दलिये की तरह बना हुआ था। उन्‍होंने बजाय खाने के फैट पर आधारित बायोमार्कर तलाशने के उन्‍होंने एल्किलरेसोर्सिनोल नाम के गेहूं या राई जैसे अनाज के तत्‍वों की खोज करने का प्रयास किया है। वैज्ञानिकों ने गैस क्रोमैटोग्राफी मास स्पेक्ट्रोमेट्री तकनीक का प्रयोग करके लिपिड और प्रोटीन दोनों की पहचान और विशलेषण करने की कोशिश की है।


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