जानें क्यों यह पिता अपनी बेटी को कब्र में लेकर सोता है और खेलता है
चीन में एक पिता अपनी नन्हीं सी बेटी को लेकर कब्र में खेलता है। उसके साथ कब्र में ही सोता है। इसके पीछे की सच्चाई जान कर आप का दिल दहल जायेगा। क्यों एक पिता ये सब करने के लिये मजबूर है।
इसलिये कब्र में बेटी को लेकर सोता है पिता
रुरल चीन के एक गांव में रहने वाले झांग लीयोंग और उनकी पत्नी डेंग के एक 2 साल की बेटी है। उनकी बेटी का नाम झांग जिनली है। जिनली किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त है। जिसके चलते झांग और डिंग बहुत परेशान रहते हैं। डिंग और झांग ने अपनी बेटी के मन से मौत का डर निकालने के लिये एक अनोखा तरीका निकाला है। झांग ने घर के आंगन में एक कब्र खोदी है। वो अपनी बेटी के साथ उसी कब्र में खेलते हैं। वहीं सोते हैं। झांग ने अपनी बच्ची को बताया कि अगर वो नहीं बच पाई तो उसे यहीं रहना होगा।
बच्ची को बचाने के लिये गर्भवती हुईं डिंग
डिंग अपनी बेटी को बचाने के लिये पूरा प्रयास कर रही हैं। जिनली को बचाने के लिये डिंग एक और बच्चे को जन्म देने वाली हैं। जिसके कोर्ड ब्लड से जिनली का इलाज किया जायेगा। कोर्ड ब्लड को अभी तक बेकार कह कर फेक दिया जाता था। लेकिन एक रिसर्च के बाद पता चला कि इससे गंभीर बीमारियों का ईलाज हो सकता है। बच्चे के गर्भनाल से निकले कोर्ड ब्लड और उसमें मौजदू स्टेम सेल का उपयोग गंभीर रोगों का ईलाज हो सकता है। डिंग अपने होने वाले बच्चे के कोर्ड ब्लड से अपनी 2 साल की नन्हीं जिनली की जान बचाना चाहती हैं।
कोर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट से जिनली का इलाज संभव
झांग ने बताया कि उनकी पत्नी और उन्होंने 2 लाख यूआन एकत्र कर लिये हैं। जिससे वो अपनी बीमार बेटी का इलाज करवायेंगी। जब उनका दूसरा बच्चा पैदा हो जायेगा तो कोर्ड ब्लड ट्रांसप्लांट के लिये वो तैयार हैं। कोर्ड ब्लड में स्टेम कोशिकाओं का भंडार होता है। डॉक्टर ने बताया कि जिनली अभी सिर्फ 2 साल की है। ऐसे में कोर्ड ब्लड द्वारा उसके उपचार और स्वस्थ होने की संभावनायें काफी हद तक बढ़ जाती हैं। स्टेम कोशिकायें जिनली के शरीर में हीमोग्लोबिन की पर्याप्त मात्रा को बनाने में सक्षम है।