युवराज सिंह की भारतीय टीम को जरूरत लेकिन क्या इस कीमत पर
तो क्या युवराज के टीम में होने की कीमत चुका रही है टीम इंडिया।
नई दिल्ली, संजय सावर्ण। भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज युवराज सिंह ने अपने करियर में अब तक 300 से ज्यादा वनडे मैच खेले हैं। वो इस वक्त एक खिलाड़ी के तौर पर भारतीय टीम में सबसे अनुभवी हैं। जाहिर है टीम को उनकी जरूरत है लेकिन इसके लिए टीम को कीमत चुकानी पड़ रही है। मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले युवी का बल्ला चल नहीं रहा और खमियाजा टीम को भुगतना पड़ रहा है।
युवी का खराब प्रदर्शन लगातार जारी
भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज युवराज सिंह का फॉर्म इन दिनों ठीक नहीं है। उनकी फॉर्म का असर टीम के प्रदर्शन पर साफ देखा जा सकता है। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जब टीम को युवराज की जरूरत थी तो वो सिर्फ 22 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि इस मैच में कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं चल पाया लेकिन वो खिलाड़ी ही क्या जो जरूरत के वक्त टीम के काम ना आए और वो भी खिलाड़ी जब युवराज हों। यही नहीं मौजूदा समय में वेस्टइंडीज की टीम काफी कमजोर है लेकिन वहां भी पहले वनडे मैच में युवराज सिंह अपना हाथ नहीं खोल सके और सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए। अब आगे भी युवराज इसी तरह से बल्लेबाजी करते रहे तो ये भारतीय टीम के हक में नहीं होगा।
युवराज का पिछले पांच मैचों में ऐसा रहा है प्रदर्शन
युवराज सिंह ने चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ 53 रन की पारी खेली थी लेकिन उसके बाद वो हर मैच में फेल रहे। हालांकि टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया इस वजह से उनका प्रदर्शन छिप गया लेकिन सच्चाई तो यही थी कि उनके बल्ले से रन नहीं निकले। पिछले पांच वनडे मैचों की बात करें तो युवराज ने 53, 7, 23*, 22 और 4 रन बनाए हैं।
चयनकर्ताओं को सोचने की जरूरत
युवराज सिंह फिलहाल तो टीम पर बोझ की तरह ही लगते हैं। भारतीय टीम के चयनकर्ता को अब उनके विकल्प के बारे में सोचना चाहिए। युवी अब लगभग 36 साल के हो चुके हैं ऐसे में उनका अगले वर्ल्ड कप में खेलना शायद ही मुमकिन हो। ऐसे में अगर अभी से ही वर्ल्ड कप की तैयारी के मद्देनजर उनकी जगह किसी बल्लेबाज को तैयार करने की कवायद शुरू कर दी जाए तो भारतीय टीम को मध्यक्रम में बेहतर बल्लेबाज मिल सकता है लेकिन अगर ऐसा नहीं किया गया तो टीम का आगे भी चैंपियंस ट्रॉफी जैसा हाल हो सकता है।