दूसरों के पिन और एटीएम नंबर से कमा लिए करोड़ों, जानकर चौंकी पुलिस
पटना में पुलिस ने दो शातिरों को धर दबोचा है, जो दूसरों के पिन नंबर और एटीएम नंबर जानकर करोड़ों रुपये कमा लिए थे। उनकी अय्याशी देखकर पुलिस भी हैरान है।
पटना [जेएनएन]। अगर आपको कोई बैंक मैनेजर बन कर फोन करे और आपके एटीएम कार्ड का पिन नंबर या सोलह अंकों वाला कार्ड नंबर मांगे तो आप सावधान हो जाइये, क्योंकि आम तौर पर बैंक ऐसा नहीं करते। ये काम साइबर क्राइम के माध्यम से रुपये कमाने वाले शातिर गिरोहों का है।
पटना पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का खुलासा किया है जिसने कई लोगों को झांसे में लेकर महज डेढ़ साल के अंदर दो से ढाई करोड़ रुपये तक की चपत लगाई थी। इस गिरोह के दो सदस्यों के पास से मिले नकली सामानों समेत पैन कार्ड, एटीएम ने पटना पुलिस को भी सकते में डाल दिया।
पुलिस ने इस गिरोह के पास से सैकड़ों एटीएम कार्ड, नकली वोटर आईडी, आधार कार्ड बरामद किया है। लोगों को चूना लगाने वाले इस गिरोह के सदस्य खुद ऐश की जिंदगी जीते थे और चमचमाती लग्जरी कार में घूमते थे।
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस गैंग के सदस्य अपने आप को बैंक मैनेजर या किसी लॉटरी लगाने वाली कंपनी का अधिकारी बता कर फोन से ही लोगों से संबंधित जानकारी हासिल कर लेते थे और पिन जानने के बाद एक खाते में रकम को ट्रांसफर कर देते थे।
यह भी पढ़ें: सुधार करवा लें, नहीं तो 1 जुलाई से रिजेक्ट हो सकता है आपका पैनकार्ड
खाते में रकम आने के बाद ही गिरोह पैसे को निकाल लेता था और उस एकाउंट को बंद कर देता था. इस गिरोह ने बिहार और बिहार के बाहर कई लोगों को चूना लगा कर करोड़ो रुपये डकार लिये हैं. गिरोह के सदस्य नवादा और समस्तीपुर के अलावा पटना से भी जुड़े हैं.
पुलिस ने उस मंहगी लग्जरी कार को भी जब्त कर लिया है जिसे गिरोह ने कुछ दिन पहवे ही पटना के एक शो रुम से खरीदा था. एस एस पी ने दावा किया है कि गिरोह का सरगना नवादा का है जिसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस नवादा पुलिस के सपंर्क में है