Move to Jagran APP

फेसबुक का प्यार: लड़की बनकर की दोस्ती, ब्लॉक किया तो कर दी हत्या

मध्य प्रदेश के इंदौर में एक सिरफिरे ने एकतरफा प्यार के चलते एक लड़की की हत्या कर दी।

By kishor joshiEdited By: Published: Wed, 28 Sep 2016 01:11 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2016 03:08 PM (IST)
फेसबुक का प्यार: लड़की बनकर की दोस्ती, ब्लॉक किया तो कर दी हत्या

इंदौर, (जेएनएन)। पॉश कॉलोनी गीतानगर में मंगलवार सुबह एक सिरफिरे ने इकतरफा प्यार में किचन नाइफ से 12वीं की छात्रा की हत्या कर दी। उसकी मां पर भी दो वार किए। छात्रा बड़े कोचिंग संस्थान से आईआईटी की तैयारी कर रही थी, जबकि आरोपी इंजीनियर है।

loksabha election banner

उसने छात्रा से एक साल पहले लड़की बनकर फेसबुक पर दोस्ती की थी। जब छात्रा को पता चला कि वह कोई और है तो उसने ब्लाक कर दिया। हत्या के बाद आरोपी इमारत की दूसरी मंजिल से कूद गया, जिससे उसके पैर टूट गए। पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

पढ़ें- सगी बहनें घर से हुईं फरार और कहा - नहीं भागते तो पापा जिंदा जला देते

पलासिया पुलिस के मुताबिक घटना सुबह करीब 10.15 बजे की है। आरोपी अमित उर्फ अथर्व (24) पिता सुशील यादव निवासी गुजरखेड़ा ने 17 वर्षीय प्रिया (पिहू) पिता श्यामबिहारी रावत निवासी कृष्णा अपार्टमेंट को चाकू मारे। प्रिया की मां किरण ने बचाने की कोशिश की तो उस पर भी वार दिए। इसके बाद आरोपी चाकू लहराता हुआ भागा और सीढ़ियों के पास बनी दूसरी मंजिल की बालकनी से छलांग लगा दी। दोनों पैर टूट जाने से वह गिर पड़ा।

आरोपी अथर्व यादव

किरण के मुताबिक प्रिया कृष्णा पब्लिक स्कूल की छात्रा थी और पलासिया स्थित एलन कोचिंग इंस्टिट्यूट से आईआईटी की तैयारी कर रही थी। आरोपी मिलने के बहाने घर आया था। उस वक्त प्रिया स्कूल जाने की तैयारी कर रही थी। उसने आरोपी को फटकारा लेकिन वह कमरे में घुस आया। जब प्रिया से बात करने से इनकार कर दिया तो आरोपी ने जेब से चाकू निकालकर लगातार वार कर दिए। उसने मुझे भी हाथ पर चाकू मारा।

अवैध संबंध के कारण महिला और युवक को मुंह काला कर घुमाया

प्रिया बचने के लिए बाथरूम में घुसी और दरवाजा बंद कर लिया। किरण की आवाज सुनकर लोग फ्लैट से बाहर निकल आए। आरोपी ने बचने के लिए डक्ट (सीढ़ियों के पास) से पोर्च में छलांग लगा दी। किरण ने प्रिया को आवाज लगाई तो कहा मां उसे घर से भगा दो वरना मुझे मार देगा। इसके बाद उसकी आवाज बंद हो गई।

किरण ने कुछ लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा। खून बहने से प्रिया बेहोश हो चुकी थी। पड़ोसी डॉ. यशवंत पंवार की कार से उसे एबी रोड स्थित निजी अस्पताल ले गए। करीब 2 घंटे बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉ. प्रशांत अग्रवाल के मुताबिक प्रिया के पेट, गर्दन, हाथ, फेफड़े और सिर में 10 से अधिक घाव थे। काफी खून बह चुका था।

लड़की बन चैटिंग की, कॉल कर बोला- घर आ रहा हूं

टीआई के मुताबिक अमित ने करीब एक साल पूर्व फेसबुक पर प्रियांशी सिंह के नाम से प्रोफाइल बनाई और प्रिया से चैटिंग करने लगा। दोस्त बनने के आठ दिन बाद उसने असली नाम बताया। इसके बाद प्रिया ने चैटिंग बंद कर दी। सोमवार शाम उसने कॉल कर कहा कि वह प्रिया से मिलना चाहता है। किरण ने घर आने से मना किया तो कहा- सिर्फ पांच मिनट बात कर चला जाऊंगा। मंगलवार सुबह 7 बजे फिर कॉल कर कहा- मैं घर से रवाना हो गया हूं।

पढ़ें- थाने पहुंची इन लड़कियों की लव स्टोरी, ब्लैकमेल का भी बना केस

इंटरव्यू देने जा रहा हूं

सूचना मिलने पर आरोपी के मौसा शिवकुमार यादव अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि अमित ने किशनगंज स्थित बड़े कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। पिता सुशील रेलवे में फ्यूल चेकर हैं। सुबह उसने परिजन से कहा- इंटरव्यू देने जा रहा हूं। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बताया कि घर के पास दुकान से सब्जी खरीदने के चाकू खरीदे थे। अचानक बात बिगड़ी और वार कर दिए।

हत्या के बाद बोला- मुझे डरा दिया था

आरोपी एमवाय अस्पताल में भर्ती है। वह बार-बार बयान बदल रहा है। उसने कहा- मैं प्रिया से प्रेम करने लगा था। दोनों आरएनटी मार्ग स्थित मॉल में मिलते थे। कुछ समय पूर्व मैंने बातचीत बंद की तो उसने मुझे धमकाया। वॉट्सएप पर चाकू के फोटो भेजे। मैं डर के कारण चाकू लेकर गया था। घर पहुंचा तो कहा- तुम्हें झूठे केस में फंसा दूंगी। उसने चुनरी पर चाकू मारने की कोशिश की। फिर मैंने चाकू निकालकर वार करना शुरू कर दिए। पुलिस के मुताबिक आरोपी हत्या के इरादे से ही आया था। वह कई बार बयान बदल चुका है।

(साभार- नई दुनिया)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.