योग व आयुर्वेद को मुख्यधारा से जोडऩे का समय: नाइक
केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद नाइक ने कहा कि अब योग व आयुर्वेद सहित अन्य चिकित्सा पद्धतियों को मुख्य धारा से जोडऩे का समय आ गया है। आयुष मंत्रालय अब इसी दिशा में कार्य कर रहा है। गुरुवार सुबह केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक पतंजलि फेज टू में आयोजित निष्काम
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद नाइक ने कहा कि अब योग व आयुर्वेद सहित अन्य चिकित्सा पद्धतियों को मुख्य धारा से जोडऩे का समय आ गया है। आयुष मंत्रालय अब इसी दिशा में कार्य कर रहा है।
गुरुवार सुबह केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक पतंजलि फेज टू में आयोजित निष्काम सेवा एवं योग साधना शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री ने पतंजलि योगपीठ में बाबा रामदेव और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार बनने से पहले स्वामी रामदेव ने दो मांगें रखीं थी। एक योग व आयुर्वेद का विश्वव्यापी प्रचार और दूसरा काले धन की वापसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार इन दोनों मुद्दों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि योग और आयुर्वेद सहित अन्य चिकित्सा पद्धतियों को मुख्य धारा से जोड़ा जाए। आयुष का अलग मंत्रालय इस दिशा में एक पहल है। इसकी कार्ययोजना का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव जिन उद्देश्यों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, उनसे देश अवश्य गौरव को प्राप्त करेगा।
शिविर में योगगुरु बाबा रामदेव ने पिछली यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने न केवल हमारी संस्कृति, बल्कि हमारी चिकित्सा पद्धति को भी अंधकार में धकेल दिया। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार से उम्मीदें बंधी हैं। आयुष मंत्रालय अलग बनाने से देश के हजारों आयुर्वेद और योग के छात्रों में उनके भविष्य के प्रति आशा जगी है। अब तो वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां कही जाने वाली ऋषियों की परंपराओं को राष्ट्र की चिकित्सा पद्धति बनाने के लिए संघर्ष करना है। इस मौके पर उन्होंने आयुष मंत्री श्रीपद नाइक को 'आयुषमैन' की उपाधि भी दी। इस दौरान आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जिस तरह मोदी सरकार काम कर रही है उससे लगता है कि जल्द ही भारत दुनिया में आयुर्वेद और योग का परचम लहरा देगा।
रामपाल संत नहीं शैतान
हरियाणा के हिसार में उपद्रव मचाने वाले रामपाल को बाबा रामदेव ने शैतान करार दिया है। बाबा ने कहा कि उपद्रव, हिंसा फैलाने वाला कभी संत हो ही नहीं सकता है। ये लक्षण शैतान के होते। ऐसे लोगों का न सिर्फ विरोध करना चाहिए, बल्कि इन्हें समाज से भी निष्कासित कर देना चाहिए।
पढ़ेंः हत्या के मामले हाईकोर्ट ने रामपाल की जमानत की रद, भेजा जेल